टैक्स समाचार – आज की ज़रूरी अपडेट
क्या आपको हर महीने टैक्स भरते‑भरते थकान नहीं हो रही? आप अकेले नहीं हैं। भारत में हर साल नए नियम आते रहते हैं और अक्सर हम उनसे अनभिज्ञ रह जाते हैं। ख़बरें इंडिया इस सेक्शन में आपके लिए सबसे तेज़, सटीक और आसान भाषा में टैक्स की खबर लाता है, ताकि आप बिना झंझट के अपना कर‑दायित्व समझ सकें। चलिए देखते हैं 2025 में क्या नया आया है और कैसे बच सकते हैं आप अपने पैसों को.
2025 में टैक्स अपडेट – कौन‑सी चीज़ बदल रही है?
आयकर अधिनियम में इस साल दो बड़े बदलाव हुए। पहला, सैलरी स्लैब अब 2.5 लाख से शुरू होगा, यानी 2 लाख तक की कमाई पूरी तरह टैक्स‑फ्री रहेगी। दूसरा, नई रिटर्न फाइलिंग प्रणाली ‘ऑनलाइन‑इंटीग्रेटेड पोर्टल’ के ज़रिए सभी दस्तावेज़ एक ही जगह अपलोड कर सकते हैं – इससे कागज़ी काम घटेगा और टाइम बचेगा.
GST की बात करें तो, 5% स्लीव को हटाकर 12% पर लाया गया है। यह बदलाव छोटे व्यापारीयों के लिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि अब उन्हें कम दर पर इनपुट टैक्स क्रेडिट मिलेगा। साथ ही, ई‑कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म को हर महीने अपने बिक्री डेटा का विस्तृत रिपोर्ट भेजना अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे शॉपिंग कार्ट से जुड़े छोटे विक्रेताओं को भी स्पष्ट लाभ मिल रहा है.
इन बदलावों के साथ ही, रियल एस्टेट में टैक्स छूट की सीमा 25 लाख तक बढ़ा दी गई है। यदि आप नया घर खरीदने की सोच रहे हैं तो इस नई छूट का पूरा फायदा उठाएँ – इससे आपकी कुल लागत पर काफी बचत होगी.
टैक्स बचाने के आसान टिप्स
अब बात करते हैं कुछ सरल तरीकों की, जिनसे आप बिना किसी कानूनी समस्या के टैक्स कम कर सकते हैं:
- हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम का दावा – सेक्शन 80D के तहत आप अपने और परिवार के लिए खरीदे गए मेडिकल बीमा की रकम को पूरी तरह से डिडक्ट कर सकते हैं। यह साल भी सीमा बढ़ाकर 25 हज़ार तक रखी गई है.
- पेंशन फंड में निवेश – सेक्शन 80CCD(1B) के तहत PPF, NPS आदि में की गयी राशि पर टैक्स छूट मिलती है। अगर आप हर साल 1.5 लाख तक निवेश करते हैं तो पूरी तरह से टैक्स‑फ्री रहेगा.
- हाउसिंग लोन इंटरेस्ट डिडक्शन – सेक्शन 24(b) के तहत आपके होम लोन पर दिया गया ब्याज अधिकतम 2 लाख तक कट सकता है. यदि आप पहले से नहीं ले रहे, तो आज ही प्लान बनाएं.
- डिजिटल पेमेंट्स – 2025 में डिजिटल ट्रांसफ़र पर मिलने वाले रिवॉर्ड पॉइंट्स को आय के रूप में गिनने की नई शर्तें आ गई हैं। लेकिन अगर आप इनका उपयोग रोज़मर्रा की जरूरतों में करते हैं, तो टैक्सेबल इंकम कम रहेगा.
इन टिप्स को अपनाकर आप अपनी बचत बढ़ा सकते हैं और टैक्स रिटर्न फाइल करने का तनाव भी घटा सकते हैं. याद रखें, सही योजना बनाना ही सबसे बड़ा बचाव है। यदि अभी तक आपके पास एक वित्तीय सलाहकार नहीं है तो ख़बरें इंडिया के विशेषज्ञ लेख पढ़ें – वे आपको व्यक्तिगत मार्गदर्शन देंगे.
अंत में, टैक्स से जुड़े किसी भी सवाल या नई अपडेट को मिस न करें। हमारी साइट पर रोज़ाना नए लेख, वीडियो और इंटरव्यू आते रहते हैं। आप चाहें तो न्यूज़लेटर सब्सक्राइब करके सीधे अपना इनबॉक्स में सभी महत्वपूर्ण जानकारी पा सकते हैं. टैक्स को समझना आसान हो सकता है – बस सही स्रोत और थोड़ी सी लगन चाहिए.