Ganesh Visarjan: आसान गाइड और ताज़ा अपडेट
गणेश चतुर्थी के बाद हर घर में सवाल उभरता है – विसर्जन कब और कैसे करना चाहिए? ख़बरें इंडिया पर हम आपको पूरी जानकारी दे रहे हैं, ताकि आप बिना किसी झंझट के अपनी पूजा ख़त्म कर सकें।
सबसे पहले, विसर्जन का सही दिन तय करें। पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दो या तीन दिन बाद मोरया (विसर्जन) मनाया जाता है। अगर आप शहर में रहते हैं तो नजीक की नहर या समुद्र तट पर ही ले जाना सुरक्षित रहता है। गाँव में अक्सर तालाब या नदी का उपयोग किया जाता है, लेकिन साफ‑सफ़ाई का ध्यान रखना जरूरी है।
Visarjan के समय क्या करना चाहिए?
विसर्जन से पहले मूर्ति को साफ‑साफ पानी से धोएँ। अगर वो मिट्टी की है, तो हल्का हल्का झाड़‑झाड़ कर धूल हटाएँ। फिर मूर्ति के साथ कुछ नारियल, फूल और मिठाई रख दें – इसे ‘अर्पण’ कहते हैं। यह कदम भगवान को धन्यवाद कहने का तरीका है। विसर्जन के दौरान, सब लोग इकठ्ठे हों और हल्का‑हल्का संगीत या भजन गाएँ, इससे माहौल खुशहाल रहता है।
Ganesh Visarjan में सुरक्षा टिप्स
विसर्जन करते समय सुरक्षा को नज़रअंदाज़ न करें। बड़ी बड़ी मूर्तियों को ले जाने के लिए ट्रॉली या डली का उपयोग करें, और अगर पानी में डाल रहे हैं तो रॉकिंग बोट या नाव का सहारा लें। बच्चों को दूर रखें, क्योंकि जल में फिसलन हो सकती है। साथ ही, पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक के गिफ्ट बॉक्स या थैलियों का प्रयोग न करें; कागज़ या कपड़े के बैग से ही मूर्ति को लपेटें।
विसर्जन के बाद, अगर आप नदी या समुद्र के किनारे हैं तो एक छोटी सफ़ाई पर्ची छोड़ें – ‘कृपया अपने आसपास साफ‑सफ़ाई रखें’। यह छोटा कदम भविष्य में और साफ़ जलस्थलों को सुनिश्चित करता है। आपके परिवार के लिए यह एक धार्मिक समाप्ति है, और साथ ही पर्यावरण के लिए भी एक छोटा योगदान।
अंत में, अगर आप Ganesh Visarjan के बारे में और भी सवाल रखते हैं, तो हमारे टैग पेज पर ताज़ा ख़बरें, वीडियो और लोकल इवेंट की जानकारी देखें। यहाँ आपको हर जिले की आयोजन तिथियों और लोकप्रिय विसर्जन स्थल की लिस्ट मिल जाएगी। तो देर किस बात की? तैयार हो जाइए, और भगवान गणेश को सच्ची श्रद्धा के साथ जल में वापस लौटाइए।