आरएसएस से ख़बरें इंडिया की ताज़ा खबरें हर पल आपके पास
अगर आप रोज़ाना कई वेबसाइट खोलते‑खोलते थक जाते हैं, तो आरएसएस (RSS) आपका नया दोस्त बन सकता है। यह तकनीक आपको एक ही जगह पर सभी पसंदीदा ख़बरों को लाने देती है—बिल्कुल उसी तरह जैसे टीवी चैनल पर अलग‑अलग शो देखते हैं लेकिन यहाँ सब कुछ टेक्स्ट में मिलता है। आप बस एक RSS रीडर जोड़ते हैं, फिर ख़बरें इंडिया के फ़ीड चुनते हैं और नई खबरें तुरंत आपके स्क्रीन पर आती रहेंगी।
आरएसएस क्या है और कैसे काम करता है?
RSS का पूरा नाम “Really Simple Syndication” या “Rich Site Summary” है। सरल शब्दों में, यह एक फ़ाइल (XML) होती है जिसमें लेख शीर्षक, छोटा सार और लिंक रहता है। जब कोई नई ख़बर प्रकाशित होती है, तो वह फ़ीड को अपडेट करती है। आपका रीडर इस फ़ाइल को हर कुछ मिनटों में चेक करता है, बदलाव मिलते ही आपको नोटिफिकेशन दिखाता है। इसलिए आप बिना वेबसाइट खोले, सीधे अपने डिवाइस पर खबर पढ़ सकते हैं।
ख़बरें इंडिया पर आरएसएस कैसे सेट करें?
सबसे पहले एक मुफ्त RSS रीडर चुनिए—Feedly, Inoreader या ऐप‑स्तरीय "RSS Reader" बहुत आसान होते हैं। रीडर खोलें और नई फ़ीड जोड़ने का विकल्प ढूंढें। ख़बरें इंडिया के मुख्य पेज पर जाएँ, नीचे स्क्रॉल करें और “RSS” आइकन देखें (आमतौर पर नारंगी रंग में)। उस लिंक को कॉपी करके अपने रीडर में पेस्ट कर दें। एक बार फ़ीड जोड़ने के बाद, आप राजनीति, खेल, व्यापार आदि श्रेणियों को अलग‑अलग फोल्डर्स में व्यवस्थित कर सकते हैं।
अब जब भी ख़बरें इंडिया पर नई लेख प्रकाशित होगा, आपका रीडर तुरंत उसे दिखाएगा। आप शीर्षक पर क्लिक करके पूरी कहानी पढ़ सकते हैं या सीधे ऐप से शेयर बटन दबा कर सोशल मीडिया पर भेज सकते हैं। अगर आपको कुछ फ़ीड बहुत ज़्यादा अपडेट लगती है, तो रीडर सेटिंग्स में फ्रीक्वेंसी कम कर सकते हैं—हर 15 मिनट या हर घंटे एक बार चेक करना भी ठीक रहेगा।
आरएसएस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप विज्ञापनों से बचते हुए सिर्फ़ कंटेंट देखते हैं। कई वेबसाइटों पर पॉप‑अप और बैनर होते हैं, लेकिन RSS फ़ीड में वही शुद्ध टेक्स्ट रहता है। इससे पढ़ने की गति तेज होती है और डेटा खर्च भी कम होता है—खासकर मोबाइल इंटरनेट पर।
अगर आप अपने पसंदीदा लेख को बाद में पढ़ना चाहते हैं, तो कई रीडर “बुकमार्क” या “सेव्ड आइटम्स” का विकल्प देते हैं। बस उस खबर के बगल में ‘सहेजें’ पर टैप करें; वह आपके फ़ोल्डर में रह जाएगी और जब समय मिले, आप आराम से पढ़ सकते हैं। यह तरीका उन लोगों के लिए बढ़िया है जो काम या यात्रा के दौरान थोड़ा‑बहुत समाचार देखना चाहते हैं, लेकिन पूरे दिन वेबसाइट नहीं खोल पाते।
ध्यान रखें कि सभी साइट्स RSS फ़ीड ऑफर नहीं करतीं। ख़बरें इंडिया ने इसे बहुत आसान बना दिया है; लेकिन अगर किसी छोटे ब्लॉग पर फ़ीड न मिले तो आप “RSS Feed Generator” टूल इस्तेमाल कर सकते हैं, जो वेबसाइट URL से स्वचालित रूप से फ़ीड बनाता है। फिर उसी रीडर में जोड़ दें।
अंत में एक छोटी सी टिप: यदि आप कई भाषा की ख़बरें पढ़ते हैं, तो प्रत्येक भाषा के लिए अलग फ़ीड बनाकर अपने रीडर को साफ़ रख सकते हैं। इससे जब हिंदी में नया लेख आएगा, तो वह सिर्फ़ हिंदी फोल्डर में दिखेगा और आपको अनावश्यक चीज़ों से बचाएगा। अब आप तैयार हैं—आरएसएस सेट करें, ख़बरें इंडिया की ताज़ा खबरें तुरंत पढ़ें और हर दिन अपडेट रहें।