सिमोना हालेप ने टेनिस डोपिंग निकाय की आलोचना की: इगा स्वियाटेक मामले में भेदभाव का आरोप
नव॰, 30 2024सिमोना हालेप का ITIA पर डोपिंग मामले में दोहरे मापदंड का आरोप
सभी खेल विशेषज्ञों की नजर इन दिनों टेनिस जगत में सिमोना हालेप के आरोपों पर टिकी है। टेनिस में डोपिंग के मामलों में पहले से ही कई सवाल उठते रहे हैं, लेकिन हालेप ने जिस सीधेपन से इंटरनेशनल टेनिस इंटेग्रिटी एजेंसी (ITIA) पर दोषारोपण किया है, वह अपनी तरह की अनोखी बात है। सिमोना हालेप, जिन्होंने विम्बलडन और फ्रेंच ओपन में खिताब जीते हैं, ने ITIA पर पक्षपात का आरोप लगाया है, खासकर इगा स्वियाटेक के मामले में।
हालेप का कहना है कि ITIA ने दवा लेने के मामले में उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की है। हालेप को डोपिंग के मामले में ITIA ने पहले चार साल के लिए प्रतिबंधित किया था, जो कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) द्वारा बाद में घटकर नौ महीने का कर दिया गया था। दूसरी ओर, इगा स्वियाटेक को सिर्फ एक महीने का प्रतिबंध मिला था। हालेप ने अपनी नाराजगी को सोशल मीडिया पर भी व्यक्त किया और बताया कि इन दोनों मामलों में इतना भेदभाव क्यों किया गया। उन्होंने इसे ITIA की गलत नीति का परिणाम बताया।
स्वियाटेक, जो पांच बार की प्रमुख चैंपियन हैं और पोलैंड की निवासी हैं, ने ITIA को यह कहा था कि उनके डोप टेस्ट का परिणाम एक गैर-नुस्खा वाली दवा के दूषित होने के कारण हुआ था, जिसे उन्होंने जेट लैग और सोने की समस्याओं के लिए लिया था। ITIA ने इसे अनजाने में हुई गलती मान लिया था। हालेप का मानना है कि उनके मामले में भी परिस्थितियां कुछ हद तक ऐसी ही थीं, लेकिन फिर भी उनके खिलाफ कार्रवाई ज्यादा कठोर की गई।
इस मामले ने व्यापक प्रतिक्रिया पैदा की है। निक काइरिअस जैसे खिलाड़ी ने सोशल मीडिया पर इसे खेल के लिए नुकसानदायक बताया। डेनिस शापोवालोव ने भी प्रतिबंध की अवधि पर तंज कसा। जैनिक सिनर का मामला भी चर्चा में रहा है, जिनको एक एनाबॉलिक स्टेरॉयड के लिए दोषी पाया गया था, लेकिन ITIA ने उन्हें प्रतिबंधित नहीं किया। इससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या टेनिस में डोपिंग के मामलों में दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। विश्व डोपिंग एजेंसी (WADA) ने इस निर्णय को अपील किया है और एक से दो साल के बैन की मांग की है, जहां CAS 2025 में अंतिम निर्णय लेगा।
भविष्य में डोपिंग मामलों के प्रति नज़र
यह सभी घटनाएं एक बड़ा सवाल खड़ा करती हैं कि क्या ITIA और अन्य संबंधित संस्थाएं टेनिस जैसे खेल में समानता सुनिश्चित करने में सक्षम हैं। भेदभाव अदालतों से सड़कों तक सभी जगह देखा गया है, और इस पर मजबूत कार्रवाई की आवश्यकता है। खिलाड़ियों की शिकायतें दिखाती हैं कि यदि कुछ भी सकारात्मक प्राप्त करना है, तो इसे तेजी से संभालना होगा।
परंतु, खिलाड़ियों के लिए यह उल्लेखनीय है कि वे कैसे इस मुद्दे को और अधिक चर्चा का विषय बना सकते हैं, ताकि भविष्य में अन्य खिलाड़ियों के साथ होने वाली किसी भी अनुचितता को रोका जा सके। खिलाड़ियों की संगठित आवाज, न्यायिक प्रक्रिया में सुधार और नए नीतिगत बदलाव की ओर इशारा करती है।