नोवाक जोकोविच ने एलेक्सी पॉपिरिन को हराकर विम्बलडन के चौथे राउंड में जगह बनाई
जुल॰, 7 2024
नोवाक जोकोविच ने विम्बलडन के चौथे राउंड में कदम रखा
सर्बिया के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने विम्बलडन के अपने आठवें खिताब की ओर यात्रा को जारी रखते हुए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एलेक्सी पॉपिरिन को हराकर चौथे राउंड में प्रवेश कर लिया है। जोकोविच ने इस मुक़ाबले में शुरूआती कठिनाईयों को पार करते हुए दर्शकों को अपनी कुशलता और अद्वितीय क्षमता का उदाहरण पेश किया।
पहले सेट में कमजोर प्रदर्शन
मैच की शुरुआत जोकोविच के लिये काफी चुनौतीपूर्ण रही, जहां उन्होंने पहले सेट में 3-6 से हार का मुंह देखा। एलेक्सी पॉपिरिन पहले सेट में आक्रामक खेल दिखाते हुए जोकोविच को लगातार दबाव में रखा और उन्हें अपनी लय स्थापित करने का मौका नहीं दिया।
दूसरे सेट में वापसी
पहले सेट की हार के बाद जोकोविच ने दूसरे सेट में जोरदार वापसी की। उन्होंने अपनी रणनीति में बदलाव किया और इसका अद्भुत परिणाम मिला। जोकोविच ने पॉपिरिन को बिल्कुल भी सांस नहीं लेने दिया और इस सेट को 6-1 से अपने नाम किया। इस सेट में जोकोविच का अद्वितीय फॉर्म और कौशल देख पॉपिरिन को संभलने का मौका नहीं मिला।
तीसरे और चौथे सेट में नियंत्रण
दूसरे सेट की जीत ने जोकोविच को आत्मविश्वास से भर दिया। उन्होंने तीसरे और चौथे सेट में भी अपने खेल पर पूरा नियंत्रण बनाए रखा। तीसरे सेट में जोकोविच ने 6-4 से जीत दर्ज की। उनकी सर्विस और रिटर्न गेम ने पॉपिरिन को हताश कर दिया। यह जीत दर्शकों के बीच जोश भरने वाली थी। चौथा सेट भी जोड़तोड़ के खेल में शामिल हुआ, लेकिन जोकोविच ने इसे भी 6-4 से अपने नाम किया।
जोकोविच की मज़बूती और दक्षता
इस मैच ने एक बार फिर दर्शकों को जोकोविच की रणनीति, कौशल और मानसिक मज़बूती का प्रमाण दिया। जिस प्रकार से उन्होंने शुरुआती असफलता के बावजूद अपने खेल को सुधारते हुए यह जीत हासिल की, वह दर्शकों के लिए प्रेरणादायक था।
अगले राउंड में चुनौतियाँ
अब जोकोविच चौथे राउंड में जगह बना चुके हैं और उनकी निगाहें विम्बलडन के आठवें खिताब पर टिकी हुई हैं। इसे हासिल करने के लिए उन्हें आगे और भी कठोर प्रतिस्पर्धाओं का सामना करना पड़ेगा। वह अपनी तकनीक और धैर्य से इसे हासिल करने की पूरजोर कोशिश करेंगे।
विम्बलडन का यह सत्र जोकोविच के लिए एक और अवसर है जहां वह साबित कर सकते हैं कि क्यों उन्हें दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों में गिना जाता है। उनकी क्षमता, अनुभव और अद्वितीय खेल शैली के दम पर वह अपने अद्वितीय सफर को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।
Drishti Sikdar
जुलाई 9, 2024 AT 06:56ये जोकोविच तो बस एक मशीन है। पहला सेट लोट गया, फिर भी बाकी तीन सेट ऐसे बर्बाद कर दिए जैसे बच्चों के साथ खेल रहा हो। ये वापसी देखकर लगा जैसे कोई बिल्ली बिल्ली के खेल में बिल्ली बन गई हो।
indra group
जुलाई 10, 2024 AT 09:44हे भगवान, फिर से ये विम्बलडन का धोखा? ये जोकोविच तो अब टेनिस का देवता बन गया है, जैसे भारत में शिव का अवतार! ऑस्ट्रेलियाई लड़का तो बस एक गुलाम था जिसने अपनी जिंदगी में पहली बार ग्रास कोर्ट पर टेनिस बॉल देखी थी। जोकोविच के आगे तो ये सब बच्चों का खेल है।
sugandha chejara
जुलाई 12, 2024 AT 03:37पहले सेट में जोकोविच को थोड़ा अड़चन में पड़ना पड़ा, लेकिन उन्होंने बिल्कुल शांति से अपना गेम ठीक किया। इस तरह की आत्म-नियंत्रण की बात तो बहुत कम लोगों को आती है। अगर कोई बच्चा ये देखे तो समझ जाएगा कि हार के बाद भी धैर्य से खेलना कितना जरूरी है। बहुत अच्छा खेल था।
DHARAMPREET SINGH
जुलाई 13, 2024 AT 16:28अरे ये तो बस एक रिटर्न गेम फेस्टिवल था। जोकोविच का फॉर्म अब एक डेटा सेट की तरह है - नियमित, अतिरिक्त, और बिना किसी वैरिएंस के। ऑस्ट्रेलियाई लड़का तो बस एक फ्लैश बैक था जिसे कोई रिसेट करना भूल गया। जब तक ये लोग बैकलाइन शॉट्स नहीं सीखते, ये मैच तो बस एक टेम्पलेट है।
gauri pallavi
जुलाई 15, 2024 AT 14:56मैच देखा? बस एक आदमी ने अपने खेल को दोबारा डिज़ाइन किया और दूसरा आदमी बस बैठ गया। जोकोविच के लिए ये तो बस एक शाम का चाय का पल है।