फराह और साजिद खान की मां मेनका ईरानी का निधन, 79वीं जन्मदिन के कुछ ही हफ्तों बाद पोस्ट
जुल॰, 27 2024
मेनका ईरानी के जीवन की कहानी
बॉलीवुड के जानी-मानी कोरियोग्राफर और फिल्म निर्माता फराह खान और निर्देशक साजिद खान की मां मेनका ईरानी का 26 जुलाई 2024 को निधन हो गया। उनकी उम्र 79 वर्ष थी और उन्होंने अपना जन्मदिन कुछ ही हफ्ते पहले मनाया था। मेनका ईरानी अपने व्यक्तित्व और जीवनशैली के लिए जानी जाती थीं, और उनका जीवन संघर्ष और प्रेरणा से भरा हुआ था।
मेनका का जन्म एक समृद्ध परिवार में हुआ था, लेकिन उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए। उनकी बहनें, डेज़ी ईरानी और हनी ईरानी, बाल कलाकार के रूप में मशहूर हुईं। मेनका ने भी अपने जीवन को अपने बच्चों के लिए समर्पित कर दिया। उनके पति के निधन के बाद, उन्होंने अकेले ही अपने बच्चों, फराह और साजिद की परवरिश की। यह उनकी मेहनत और समर्पण का ही नतीजा था कि दोनों बच्चे बॉलीवुड में इतनी ऊंचाईयों पर पहुंचे।
मां-बेटी के मधुर संबंध
फराह खान अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी मां मेनका के साथ बिताए पलों को साझा करती रहती थी। उनकी पोस्टों से यह साफ झलकता था कि मां-बेटी के बीच में बेहद प्यार और समझदारी थी। फराह ने अपनी मां के साथ के उन विशेष पलों को भी साझा किया जब वे कठिन समय का सामना कर रही थीं। उनकी मां का हंसमुख और मजबूत व्यक्तित्व हमेशा उनके साथ था, जिसे फराह ने अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा माना।
मेनका का व्यक्तित्व हमेशा सकारात्मकता से भरा रहता था। वे हंसती-मुस्कुराती रहती थीं, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों। यह उनके अद्वितीय व्यक्तित्व का ही प्रमाण था कि वे अपने बच्चों के लिए हमेशा एक मजबूत स्तंभ बनी रहीं। उनके निधन से फराह और साजिद के जीवन में एक बड़ी कमी आई है, जिसे कोई भी पूर नहीं कर सकता।
फिल्म उद्योग में शोक की लहर
मेनका के निधन की खबर से पूरा फिल्म उद्योग दुखी हो गया है। फराह खान ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट डाला जिसमें उन्होंने अपनी मां को याद किया और उनकी यादों को सजोया। साथ ही, साजिद खान ने भी अपनी मां के प्रति अपनी भावनाओं को साझा किया।
फिल्म उद्योग के कई प्रमुख हस्तियों ने मेनका ईरानी को श्रद्धांजलि दी है। मशहूर फिल्म निर्माता और मेनका की भतीजी, जोया अख्तर ने भी अपनी चाची के प्रति श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि मेनका ने हमेशा उनका साथ दिया और उन्हें प्रेरित किया। वे हमेशा खुशी और सकारात्मकता फैलाने वाली महिला थीं।
एक मां का अडिग समर्थन
मेनका ईरानी का जीवन प्रेरणा का स्रोत है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो अपने बच्चों को अकेले पाल रही हैं। उन्होंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी। अपने दृढ़ संकल्प और प्यार से उन्होंने अपने बच्चों को बड़ा किया और उनका हर सपोर्ट में खड़ी रहीं।
उनके निधन से परिवार और उनके चाहने वालों में शोक की लहर है, लेकिन उनकी यादें और उनके सिद्धांत हमेशा जिंदा रहेंगे। फराह और साजिद के जीवन में वे एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में हमेशा याद की जाएंगी।
यादगार विदाई
मेनका ईरानी का निधन सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि एक पूरे युग का अंत है। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि प्यार, दया और कठिन परिश्रम का प्रतिसाद हमेशा मिलता है। उनके छोड़े हुए यादें और संदेश हमेशा सबके दिलों में जिन्दा रहेंगे और प्रेरणा देते रहेंगे। उनके आशीर्वाद और शिक्षाओं से फराह और साजिद खान का जीवन सदा प्रकाशित रहेगा।
Pradeep Talreja
जुलाई 28, 2024 AT 14:43Rahul Kaper
जुलाई 30, 2024 AT 10:47Manoranjan jha
जुलाई 31, 2024 AT 11:36ayush kumar
अगस्त 1, 2024 AT 23:31Soham mane
अगस्त 3, 2024 AT 16:31Neev Shah
अगस्त 5, 2024 AT 04:31Chandni Yadav
अगस्त 5, 2024 AT 17:25Raaz Saini
अगस्त 6, 2024 AT 01:27Dinesh Bhat
अगस्त 6, 2024 AT 06:26Kamal Sharma
अगस्त 8, 2024 AT 01:40Himanshu Kaushik
अगस्त 8, 2024 AT 04:42Sri Satmotors
अगस्त 9, 2024 AT 15:51Sohan Chouhan
अगस्त 10, 2024 AT 01:49SHIKHAR SHRESTH
अगस्त 11, 2024 AT 23:03amit parandkar
अगस्त 12, 2024 AT 00:25Annu Kumari
अगस्त 12, 2024 AT 17:01venkatesh nagarajan
अगस्त 14, 2024 AT 02:31sugandha chejara
अगस्त 14, 2024 AT 12:07Pradeep Talreja
अगस्त 15, 2024 AT 15:14sugandha chejara
अगस्त 16, 2024 AT 03:25