मोजतबा खमेनेई: क्या ईरान के नए सर्वोच्च नेता बनेंगे?
नव॰, 18 2024ईरान के राजनैतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव?
ईरान के सर्वोच्च नेता अली खमेनेई के बेटे मोजतबा खमेनेई के उत्तराधिकारी बनने की खबर ने विश्व पटल पर खलबली मचा दी है। इजरायल की मीडिया, खासकर Ynet News और ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह निर्णय ईरान की विशेषज्ञों की परिषद की एक गुप्त बैठक में लिया गया था। यह बैठक 26 सितंबर को खमेनेई के अनुरोध पर आयोजित की गई थी। खमेनेई के स्वास्थ्य में गिरावट के समाचार के बीच इस बैठक का महत्व और भी बढ़ गया है।
मोजतबा खमेनेई की बढ़ती ताकत
मोजतबा का भारतीय राजनैतिक मंच पर बढ़ता प्रभाव सभी की नज़रों में है। 2009 के चुनावों में विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए जिस बासिज मिलिशिया का प्रयोग किया गया, उसके नियंत्रण का दावा भी मोजतबा के पास है। 2021 में उन्हें आयोतुल्लाह का खिताब भी दिया गया, जिससे उन्होंने संवैधानिक तौर पर सर्वोच्च नेता बनने की योग्यता प्राप्त कर ली। मोजतबा खमेनेई का सार्वजनिक रूप से काफी कम दिखना और बोलचाल में उनकी सहभागिता का अभाव उन्हें उनके पिता से अलग करता है।
खमेनेई परिवार की आंतरिक राजनीति
खमेनेई के स्वास्थ्य में गिरावट और उनकी उम्र के चलते नवाचार की आवश्यकता स्पष्ट थी। ऐसे में मोजतबा का नाम सामने आना एक यथार्थवादी निर्णय प्रतीत होता है। हालांकि, इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उनके बड़े भाई मुस्तफा का चयन न होना सबके लिए उत्सुकता का विषय बना हुआ है। इसकी विभिन्न वजहें हो सकती हैं, जिन पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस बीच, इब्राहिम रईसी के राष्ट्रपति बनने के बाद मोजतबा का प्रभाव अचानक से बढ़ता दिखा है, जो इस निर्णय में एक महत्वपूर्ण फैक्टर हो सकता है।
गुप्त मतदान का असर और संभावित परिणाम
यह निर्णय गुप्त रखा गया ताकि किसी प्रकार का सार्वजनिक विरोध न हो। 60 सदस्यीय सभा पर निर्णय को एकमत से स्वीकृत करने का दबाव स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, खमेनेई और उनके प्रतिनिधियों ने इसके लिए जोरदार प्रयास किए, ताकि सत्ता परिवर्तन के दौरान विपक्ष की कोई संभावना न रहे।
भविष्य की राह
मोजतबा का सार्वजनिक जीवन में सक्रिय न रहना और बारीकी से हर पहलू को समझने की आदत उन्हें इस भूमिका के लिए लगातार तैयार कर रही है। बावजूद इसके, ईरानी सरकार ने इन खबरों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई है। यदि यह सत्य होता है, तो यह ईरान की राजनीतिक दिशाओं में एक बड़ा और निर्णायक बदलाव होगा।