यूरो 2024: अल्बानिया के खिलाफ इटली की रोमांचक जीत और रिकॉर्ड तोड़ मुकाबला
जून, 16 2024मुकाबले की शुरुआत में ही झटका
यूरो 2024 के मुकाबले में इटली और अल्बानिया के बीच का मुकाबला जब शुरू हुआ, तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इटली को पहले 23 सेकंड में ही गोल करना पड़ेगा। अल्बानिया के नेदिम बाजरामी ने एक शानदार शूट करते हुए इटली के डिफेंडर फेडेरिको डिमार्को की गलती का पूरा फायदा उठाया और रिकॉर्ड समय में गोल दाग दिया। यह गोल यूरोपीय चैम्पियनशिप के इतिहास का सबसे तेज़ गोल बन गया, जो इससे पहले रूस के दिमित्री किरिचेंको के नाम था, जिन्होंने 2004 में ग्रीस के खिलाफ 67 सेकंड में गोल किया था।
इटली की प्रभावशाली वापसी
हालांकि, शुरुआती झटका झेलने के बाद इटली ने मैदान पर अपने अनुभव और गुणवत्ता का परिचय दिया। 11 वें मिनट में, अलसैंड्रो बास्तोनी ने एक कॉर्नर किक से गोल करते हुए टीम को बराबरी पर ला दिया। इस कॉर्नर को लोरेंजो पेलेग्रिनी ने बेहतरीन तरीके से लिया था। इटली ने पांच मिनट बाद ही निकोलो बारेला के गोल से बढ़त बना ली। बारेला ने गेंद को गोल पोस्ट के बाहर से मारते हुए शानदार स्ट्राइक की।
34 वें मिनट में डाविडे फ्राटेसी के पास यह मौका था कि इटली की बढ़त को और भी मजबूती दे, लेकिन अल्बानिया के गोलकीपर थॉमस स्ट्राकोशा ने उनकी कोशिश को गोल पोस्ट के साथ टकराकर नाकाम कर दिया।
अल्बानिया की चुनौती और इटली की दृढ़ता
अलबानिया की टीम में भले ही कई सेरी ए के खिलाड़ी थे, लेकिन इटली ने मैदान पर प्रमुख तौर पर अपनी पकड़ बनाए रखी। लूसियानो स्पालेट्टी द्वारा तैयार नई टीम ने बेहतरीन पासिंग और रणनीति से अल्बानिया को बाहर निकाला। सेंट्रल डिफेंडर रिकार्डो कैलाफियोरी ने सिर्फ अपनी तीसरी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति में प्रभावित किया।
कोच की सराहना और आगे की राह
इटली के कोच लूसियानो स्पालेट्टी ने अपनी टीम की तत्परता और संघर्ष शक्ति की प्रशंसा की, वहीं अल्बानिया के कोच सिल्विन्हो ने अपनी टीम के खिलाड़ीयों की नर्वसनेस को स्वीकार किया जो उनके दूसरे बड़े टूर्नामेंट में खेल रहे थे।
आगे का सफर
इटली की यह जीत इस कठिन ग्रुप में उनके लिए बहुत अहम थी, खासकर जब उनका अगला मुकाबला स्पेन से है जिसने बर्लिन में हुए मुकाबले में क्रोएशिया को 3-0 से मात दी। अल्बानिया का अगला मुकाबला बुधवार को क्रोएशिया से होगा।
यह टूर्नामेंट इटली के लिए विश्व कप में वापसी की उम्मीदों में महत्वपूर्ण स्टेपिंग स्टोन है, खासकर जब वे 2018 और 2022 के विश्व कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए थे।