रेलवे सुरक्षा बल – आपकी ट्रेन यात्रा का रखवाला
जब आप प्लेटफ़ॉर्म पर खड़े होते हैं या ट्रेन में बैठते हैं, तो सबसे बड़ी उम्मीद होती है कि सब सुरक्षित रहेगा. यही कारण है कि भारत ने रेलवे सुरक्षा बल (RSB) को विशेष रूप से बनाया। इस दल की ज़िम्मेदारी सिर्फ चोरी‑चिकित्सा रोकना नहीं, बल्कि हर तरह के खतरे से यात्रियों और संपत्ति की रक्षा करना भी है.
रोज़मर्रा का काम और प्रशिक्षण
RSB के जवान हर दिन प्लेटफ़ॉर्म पर गश्त करते हैं, CCTV कैमरों को मॉनिटर करते हैं और ट्रेन में मौजूद सुरक्षा उपकरणों की जाँच करते हैं। उनका प्रशिक्षण दो‑हफ्ते का बेसिक कोर्स और फिर कई महीने की फ़ील्ड प्रैक्टिस से होता है। उन्हें आत्मरक्षा के साथ‑साथ सिट्रॉन, एक्स-रे स्कैनर और धूम्रपान‑डिटेक्टर जैसी आधुनिक तकनीक भी सीखाई जाती है. इसलिए जब आप स्टेशन पर देखते हैं कि कोई जवान डिटेलेटर लेकर घूम रहा है, तो समझिए वह आपका भरोसा बढ़ाने के लिए है.
नयी पहलें और टेक्नोलॉजी
पिछले साल से RSB ने मोबाइल ऐप लॉन्च किया जिससे यात्रियों को तुरंत किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने का विकल्प मिला। इसके अलावा, ट्रेन में लगे ‘स्मार्ट एंटी‑टैमींग सिस्टम’ अब हर दरवाज़े पर सेंसर लगाकर चोरी रोकता है. कई बड़े शहरों में ड्रोन पाईलेटेड गश्त भी शुरू हुई है जिससे प्लेटफ़ॉर्म के ऊँचे हिस्सों तक निगरानी आसान हो गई.
इन तकनीकों का असर तुरंत दिखा। 2023‑24 में रेलवे चोरी की घटनाएं 12 % घटी और प्लेटफ़ॉर्म पर सुरक्षा संबंधी शिकायतें पहले साल से आधे रह गईं. लोग अब ट्रेन में बैठते समय ज्यादा आराम महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि सुरक्षा बल सतर्क है.
अगर आप भी अपनी यात्रा को सुरक्षित बनाना चाहते हैं तो कुछ आसान कदम उठाएँ: अपना सामान हमेशा नजर में रखें, अनजान व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें और मोबाइल ऐप के ज़रिए तुरंत रिपोर्ट करें. याद रखिये, रेलवे सुरक्षा बल आपका साथी है, लेकिन आपकी सतर्कता भी उतनी ही जरूरी है.
समाप्ति में कहूँ तो, भारत की ट्रेन यात्रा अब पहले से ज्यादा सुरक्षित है क्योंकि रेलवे सुरक्षा बल लगातार अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहा है. चाहे आप रोज़मर्रा के सफर वाले हों या लंबी दूरी की यात्रा, इस टीम का काम है आपका भरोसा बनाए रखना.