बुद्ध पूर्णिमा 2025: तिथि, महत्त्व और सरल पूजा विधि
क्या आप सोच रहे हैं कि इस साल बुद्ध पूर्णिमा कब है और इसे कैसे मनाया जाए? चलिए, आसान भाषा में समझते हैं।
बुद्ध पूर्णिमा कब पड़ती है?
बुद्ध पूर्णिमा वैसाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है। 2025 में यह 10 मई को होगी, यानी गुरुवार को 🌕. अगर आपका कैलेंडर नहीं देखा तो अभी नोट कर लें, ताकि आख़िरी मिनट में उलझन न हो।
बुद्ध पूर्णिमा कैसे मनाएँ?
1. स्टूपा या मंदिर में दर्शन – अपने नजदीकी बौद्ध मंदिर या बुद्धा स्टूपा जाइए। सुबह की शांति में स्नान कर सकते हैं और धुन सुन सकते हैं।
2. धर्म व्याख्यान सुनें – कई मठ और एजुकेशन साइट पर आध्यात्मिक शिक्षाएँ लाइव या रेकॉर्डेड उपलब्ध होती हैं। उन्हें सुनना दिमाग को साफ़ करता है।
3. भिक्षदान (अन्नदान) – गरीबों या भिक्षुओं को भोजन देना इस दिन की खास रिवाज़ है। छोटी मात्रा में भी दान करने से बड़े फ़ायदे मिलते हैं।
4. पूजन और प्रार्थना – भगवान बुद्ध की प्रतिमा के सामने साफ़ पानी, फूल, धूपबत्ती रखें। मन में शांति और करुणा की भावना रखें।
5. ध्यान (मेडिटेशन) – 10‑15 मिनट शांत बैठकर श्वास पर ध्यान दें। यह तनाव घटाता है और आपको अंदरूनी शांति देता है।
6. सदिच्छा का संदेश शेयर करें – सोशल मीडिया पर बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएँ भेजें, या परिवार‑दोस्तों को इस दिन की महत्ता बताएं।
इन आसान कदमों से आप बिना किसी झंझट के इस पावन दिन को पूरा कर सकते हैं।
अगर आपके क्षेत्र में विशेष कार्यक्रम होने वाले हैं, तो स्थानीय समाचार या ख़बरें इंडिया की वेबसाइट पर देखें। अक्सर मठों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, आयुर्वेदिक व्याख्यान या बौद्ध संगीत की प्रस्तुति भी रखी जाती है।
आख़िर में, बुद्ध पूर्णिमा सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि हमारे अंदर नैतिकता, करुणा और शांति को जागरूक करने का मौका है। इसे अपनाएँ, जीवन में संतुलन और ख़ुशी लाएँ।