2024 व्रत – कब कौन सा व्रत है और कैसे रखें सही उपवास
क्या आप जानना चाहते हैं कि इस साल किन-किन तिथियों पर व्रत रखना है? भारत में हर महीने कोई न कोई महत्वपूर्ण उपवास होता है, और 2024 भी इससे अलग नहीं है। नीचे हम सबसे बड़े व्रतों की तारीखें और उनका सादा सार देंगे ताकि आप बिना उलझन के तैयारी कर सकें।
2024 के प्रमुख व्रत और उनकी तिथियां
जनवरी में विष्णु नवमी (19 जनवरी) है, जो भगवान विष्णु को सम्मानित करता है। फाल्गुन माह में होलिका दहन (28 मार्च) और राधा कृष्ण जन्माष्टमी (7 अप्रैल) आते हैं।
अप्रैल‑मई में सबसे बड़ा व्रत वैशाखी (15 मई) है, जहाँ सूर्य भगवान की पूजा होती है। इसी महीने गुड़िया पञ्चमी (5 जून) भी मनाया जाता है।
जून के बाद रक्षा बंधन (13 अगस्त) और हरियाली अमावस (30 जुलाई) आते हैं, जहाँ भाई‑बहन का प्यार दिखता है।
अगस्त में श्री गणेश चतुर्थी (19 अगस्त) और रक्षा बंधन (27 अगस्त) दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
सितंबर‑अक्टूबर में दुर्गा पूजा (21 अक्टूबर) के साथ कार्तिक पूर्णिमा (4 नवंबर) भी होती है, जो देवी दुर्गा को समर्पित है।
नवम्बर‑दिसंबर में सबसे प्रमुख व्रत गुरु नानक जयंती (14 नवम्बर) और क्रिस्मस (25 दिसंबर) के आसपास कई लोकल उपवास होते हैं।
स्वस्थ व्रत रखने के आसान टिप्स
उपवास का मुख्य उद्देश्य मन‑शरीर को शुद्ध करना है, इसलिए सही तैयारी जरूरी है। सबसे पहले सुबह एक गिलास गरम पानी में नींबू निचोड़कर पिएँ; इससे पेट साफ रहता है और पाचन सुधरता है।
भोजन में हल्का लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर चीजें रखें – फल, सूखे मेवे, दही या छाछ। यदि आप पूर्ण उपवास कर रहे हैं तो दिन में दो‑तीन बार तरल पदार्थ लें, जैसे नारियल पानी, जौ का कच्चा रस या हर्बल चाय।
शारीरिक कार्यों को सीमित रखें। व्रत के पहले हल्का व्यायाम या योग करें, लेकिन भारी मेहनत से बचें। इससे ऊर्जा बनी रहती है और शरीर में थकान नहीं आती।
रात का खाना जल्दी खा लें, कम से कम दो घंटे पहले सोने की तैयारी कर लें। अगर आप रात को भी उपवास रख रहे हैं तो हल्का सूप या शोरबा पी सकते हैं; इससे हाइड्रेशन बना रहता है और नींद गहरी आती है।
धार्मिक अनुष्ठान के दौरान मन को शांत रखें। मंत्र पढ़ना, प्रार्थना या ध्यान करने से तनाव कम होता है और उपवास का आध्यात्मिक लाभ बढ़ता है। याद रखिए, व्रत सिर्फ खाने‑पीने तक सीमित नहीं, यह एक मानसिक यात्रा भी है।
अगर आप पहली बार व्रत रखने वाले हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर रहेगा, खासकर अगर आपको कोई बीमारी या दवा की जरूरत है। कई बार हल्के संशोधन जैसे फलाहार या पानी‑उपवास से ही पूरा फायदा मिल जाता है।
2024 के सभी व्रतों को कैलेंडर में नोट कर लें और पहले से किराने का सामान तैयार रखें। इससे आखिरी मिनट की भीड़भाड़ से बचेंगे और आप शांति से पूजा‑अर्चना कर पाएँगे।
आशा है कि यह गाइड आपके लिए उपयोगी रहेगा। जब भी कोई व्रत आए, इस जानकारी को याद रखें और स्वस्थ, सच्चे मन से उपवास करें। यदि और अधिक ताजा खबरें या विस्तृत तिथियां चाहिए तो ख़बरें इंडिया की वेबसाइट पर जाएँ।