सुशांत सिंह राजपूत की पुण्यतिथि पर बॉलीवुड सितारों ने भावुक श्रद्धांजलि दी
जून, 14 2024
सुशांत सिंह राजपूत की पुण्यतिथि पर सितारों ने व्यक्त की भावनाएं
आज बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पुण्यतिथि है। उनकी इस दिन को याद करने के लिए और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बॉलीवुड के कई सितारों ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट साझा की हैं। सुशांत के जाने का दुख उनकी फिल्मी दुनिया से लेकर उनके फैंस तक हर किसी के दिल में गहरा असर छोड़ गया है।
सारा अली खान ने जाहिर की यादें
सारा अली खान, जिन्होंने सुशांत के साथ फिल्म 'केदारनाथ' में काम किया था, ने उनके साथ बिताए पलों को याद करते हुए एक तस्वीर साझा की और लिखा कि सुशांत हमेशा उनके लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे। सारा ने लिखा कि सुशांत के साथ काम करने का अनुभव उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण पलों में से एक था और वह उनके साथ बिताए हुए क्षणों को कभी नहीं भूल पाएंगी।
अंकिता लोखंडे का भावुक पोस्ट
सुशांत की पूर्व गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे ने भी उन्हें याद करते हुए एक वीडियो साझा किया जिसमें उनकी निजी यादें और सुशांत के साथ बिताए कुछ खूबसूरत पल शामिल थे। अंकिता ने अपने पोस्ट में लिखा कि सुशांत का जैसा प्यार और समर्पण उनके काम के प्रति था, वह आज भी एक प्रेरणा है।
अभिषेक कुमार ने किया सुशांत को याद
अभिनेता अभिषेक कुमार ने भी सुशांत को श्रद्धांजलि दी और उन्हें एक सच्चे कलाकार के रूप में याद किया। अभिषेक ने लिखा कि सुशांत का अभिनय और उनकी कला का अंदाज अन्य अभिनेताओं के लिए हमेशा मार्गदर्शक रहेगा।
फैंस की भावनाओं का उफान
सिर्फ बॉलीवुड सितारे ही नहीं, सुशांत के फैंस भी आज के दिन उन्हें याद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर #SushantSinghRajput हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, और उनके फैंस ने जैसे उम्मीदों का समंदर बहा दिया है। सुशांत की फिल्म 'छिछोरे' का डायलॉग 'जो हारता है वो कुछ नया सीखता है' को उन्होंने सुशांत की जीवन की प्रेरणा माना और इस डायलॉग को अपने पोस्ट्स में साझा किया।
सुशांत की मृत्यु ने न केवल उनके परिवार और दोस्तों को झटका दिया बल्कि उनके फैंस के दिलों में भी एक गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने अपनी अद्भुत अभिनय कला से लाखों दिल जीत लिए थे। उनकी मौत की खबर जब सामने आई तो मानो पूरी फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैंस के बीच दुःख और अविश्वास का माहौल छा गया।
सुशांत सिंह राजपूत का प्रभाव और योगदान
सुशांत सिंह राजपूत न केवल एक बेहतरीन अभिनेता थे बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। उन्होंने फिल्म 'काई पो चे!', 'एम.एस.धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी', 'छिछोरे' और 'सोनचिरैया' जैसी फिल्मों में अपने बेमिसाल अभिनय का परिचय दिया। हर किरदार को उन्होंने इतने सजीव तरीके से पेश किया कि दर्शक उनके पात्र को अपना मानने लगे थे।
उनकी अदाकारी में एक ऐसा सरलता और सच्चाई थी जो बॉलीवुड में बहुत कम देखने को मिलती है। सुशांत का करियर मॉडलिंग से शुरू होकर छोटे पर्दे के धारावाहिक 'पवित्र रिश्ता' से होता हुआ बड़े पर्दे तक पहुंचा। उनकी लगन और मेहनत ने ही उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया था।
सुशांत की सोच और उनके ज्ञान की भूख भी उन्हें दूसरों से अलग बनाती थी। वे सिर्फ एक अभिनेता तक सीमित नहीं थे; वे विज्ञान, अंतरिक्ष, खगोलशास्त्र और समाज सेवा में भी गहरा रुचि रखते थे। वे अपने फैंस के साथ ताजगीपूर्ण और प्रेरणा देने वाले पोस्ट्स साझा करते थे, जिससे उनकी प्रशंसा और लोकप्रियता बढ़ती चली गई।
सुशांत की यादों का सफर
आज उनकी मौत की दूसरी वर्षगांठ पर उनकी यादें फिर से जीवंत हो उठी हैं। हर किसी का दिल भारी है लेकिन उनकी मुस्कान और सकारात्मकता की यादें हमारे साथ हमेशा जीवित रहेंगी। सुशांत की कहानी सिर्फ उनके बेहतरीन अभिनय की कहानी नहीं है, बल्कि एक इंसान की संघर्ष, मेहनत और उद्यम की कहानी भी है।
उनके परिवार ने भी एक भावुक पोस्ट साझा किया और उनकी याद में एक ट्रस्ट की स्थापना करने की योजना बनाई है, जिसका उद्देश्य उन बच्चों की सहायता करना है जो आर्थिक तंगी की वजह से अपनी पढ़ाई नहीं कर पाते। यह ट्रस्ट सुशांत के नाम पर बनेगा और उनकी यादों को समाज सेवा के माध्यम से जीवित रखने का प्रयास करेगा।
आखिरी शब्द
सुशांत सिंह राजपूत एक ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने अपने छोटे से जीवन में बड़े बदलाव किए। उनकी मृत्यु का गम कभी भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन उनकी यादें और प्रेरणादायक उदाहरण हमेशा हमें प्रोत्साहित करते रहेंगे। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता और उनके फैंस और परिवार उनके विरासत को लेकर आगे बढ़ेंगे।
indra group
जून 15, 2024 AT 02:08ये सब भावुकता बस नाटक है! जब जी रहे थे तो किसने उनकी आवाज़ सुनी? अब मर गए तो सब ने ट्रेंड करना शुरू कर दिया। बॉलीवुड तो बस फेस वाला नाटक करता है।
sugandha chejara
जून 15, 2024 AT 06:15मैंने उन्हें 'पवित्र रिश्ता' में देखा था, और फिर 'केदारनाथ' में... वो बस अलग थे। एक ऐसा आदमी जिसने हर किरदार को जीवंत कर दिया। उनकी याद हमेशा रहेगी।
DHARAMPREET SINGH
जून 15, 2024 AT 15:39अरे भाई, ये सब ट्रेंडिंग है क्योंकि उनकी मौत का केस अभी भी ओपन है। अगर ये आम आदमी मरता तो क्या ये सब नाच रहे होते? बॉलीवुड तो बस प्रचार का खेल खेलता है।
gauri pallavi
जून 16, 2024 AT 07:26हाँ भाई, सुशांत का जो डायलॉग था - 'जो हारता है वो कुछ नया सीखता है'... वो तो अब हम सबके लिए लाइफ लाइन बन गया। अब जब भी कुछ गलत होता है, मैं उसे याद कर लेती हूँ।
Agam Dua
जून 17, 2024 AT 19:17क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपने घर पर एक छोटा सा टेलीस्कोप लगाया था? और फिर भी लोग उन्हें सिर्फ एक अभिनेता मानते हैं? ये लोग तो सिर्फ फिल्मों को देखते हैं, वो नहीं जानते कि उनका विज्ञान का ज्ञान आईआईटी के प्रोफेसर से भी ज्यादा था।
Gaurav Pal
जून 19, 2024 AT 04:15ये सब फिल्मी लोग बस अपनी इमेज बनाने के लिए ये बयान देते हैं। जब वो जी रहे थे तो उनकी फिल्में फ्लॉप हो रही थीं, अब मर गए तो ये सब रो रहे हैं। बेकार का नाटक।
sreekanth akula
जून 20, 2024 AT 01:22सुशांत ने बस अभिनय नहीं किया, उन्होंने भारतीय अभिनय को एक नई पहचान दी। उन्होंने अपने आप को एक इंसान के रूप में पेश किया, न कि एक सितारे के रूप में। उनकी विज्ञान की चाहत, उनकी दर्शन की गहराई... ये सब आज के बॉलीवुड में बहुत कम देखने को मिलता है।
Sarvesh Kumar
जून 21, 2024 AT 06:09हमारे देश के बेटे को ये सब नाटक क्यों? उन्होंने अपनी जिंदगी में देश के लिए कुछ किया, अब इन फिल्मी लोगों को अपने लिए नाटक नहीं करना चाहिए।
Ashish Chopade
जून 22, 2024 AT 01:31सुशांत सिंह राजपूत का निधन भारतीय सिनेमा के लिए अपरिहार्य नुकसान है। उनकी निष्ठा, अनुशासन और अद्वितीय अभिनय कला को हमेशा सम्मानित किया जाना चाहिए।
Shantanu Garg
जून 23, 2024 AT 09:03मैंने उनकी फिल्म 'सोनचिरैया' देखी थी... बस एक बार। उसके बाद से मैं उनकी हर फिल्म देखता हूँ। उनकी आवाज़ में एक अलग ही जान है।
Vikrant Pande
जून 25, 2024 AT 07:27अरे भाई, ये लोग सब अपने आप को जीनियस बताते हैं... लेकिन जब वो जी रहे थे तो किसी ने उनकी फिल्में नहीं बनाईं। अब मर गए तो सब ने अपने फेसबुक पर उनकी तस्वीर लगा दी। बस इतना ही नहीं, अब ट्रस्ट भी बनाने लगे। बहुत बड़ी बात है।
Indranil Guha
जून 26, 2024 AT 02:54ये सब बॉलीवुड का नाटक है। वो लोग जो उनके साथ काम करते थे, उन्होंने कभी उनकी आवाज़ नहीं उठाई। अब जब वो मर गए, तो ये सब अपने लिए नाटक कर रहे हैं। ये देश के लिए बहुत शर्म की बात है।
srilatha teli
जून 27, 2024 AT 23:25सुशांत की याद हमें यही सिखाती है कि जीवन में सच्चाई और सादगी से आगे कुछ नहीं है। उन्होंने अपने अंदर की आवाज़ को सुना, और उसके साथ चला। ये दुनिया को सिखाने के लिए बहुत कम लोग हैं। उनकी याद हमें एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करती है।
Sohini Dalal
जून 29, 2024 AT 06:18मैंने उन्हें एक इंटरव्यू में देखा था जहां वो बता रहे थे कि उन्होंने अपने पहले फिल्मी पैसे से एक गांव के बच्चों के लिए किताबें खरीदीं। इसलिए उनका ट्रस्ट बहुत अच्छा विचार है।
Suraj Dev singh
जून 30, 2024 AT 08:56सुशांत की फिल्में देखकर लगता है जैसे वो खुद उन किरदारों में बदल गए हों। उनकी अदाकारी में कोई नाटक नहीं था। वो सच था।