फ्रेंच ओपन महिला फाइनल: इगा स्वियातेक और जैस्मिन पाओलिनी के बीच रोमांचक मुकाबला
जून, 8 2024
फ्रेंच ओपन महिला फाइनल में इगा स्वियातेक बनाम जैस्मिन पाओलिनी
फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला फाइनल में इस साल का प्रमुख आकर्षण है इगा स्वियातेक और जैस्मिन पाओलिनी के बीच का रोमांचक मुकाबला। 23 वर्षीय पोलिश टेनिस सनसनी इगा स्वियातेक ने चार ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं, जिनमें से तीन रोलैंड गैरोस के क्ले कोर्ट पर आए हैं। वहीं दूसरी ओर, 28 वर्षीय जैस्मिन पाओलिनी एक अंडरडॉग के रूप में उभरते हुए पहले बड़े फाइनल में पहुंची हैं।
इगा स्वियातेक पिछले साल अप्रैल 2022 से WTA रैंकिंग में नंबर एक पर कायम हैं। उनकी फॉर्म इस समय बेमिसाल है। रोलैंड गैरोस पर उन्होंने लगातार बीस मैच जीते हैं और कुल मिलाकर उनका करियर रिकॉर्ड 34-2 है। इस बार, वह फिर से यह साबित करने के लिए मैदान में उतरी हैं कि क्यों उन्हें इस कोर्ट की क्वीन कहा जाता है।
दूसरी ओर, जैस्मिन पाओलिनी की कहानी असाधारण है। यह उनका पहला बड़ा फाइनल है और इससे पहले उनका फ्रेंच ओपन में रिकॉर्ड 3-5 था। लेकिन इस बार, उन्होंने छह मैच जीतकर अंतिम मुकाबले में अपनी जगह पक्की की है।
स्वियातेक का करियर रिकॉर्ड 325-70 का है और रोलैंड गैरोस पर उनकी जीत की प्रतिशतता .944 है, जो उन्हें किसी भी प्रतिद्वंद्वी के लिए कठिन चुनौती बनाती है। BetMGM Sportsbook में स्वियातेक के पक्ष में -1100 का मनी-लाइन है, यह बताता है कि उन्हें मैच जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
पाओलिनी के पास हारने को कुछ नहीं है और यही उन्हें एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी बनाता है। वह 15वीं रैंकिंग पर हैं और इस फाइनल के बाद वह टॉप 10 में प्रवेश कर जाएंगी, चाहे परिणाम कुछ भी हो। इटली में जन्मी पाओलिनी की जड़ें पोलैंड और घाना से जुड़ी हैं, और उन्होंने इस टूर्नामेंट के दौरान अपने विरासत पर गर्व व्यक्त किया है।
पाओलिनी न केवल सिंगल्स में बल्कि डबल्स में भी अपनी पहचान बना रही हैं। वह सारा एर्रानी के साथ जोड़ी बनाकर डबल्स प्रतियोगिता में भी हिस्सा ले रही हैं।
फाइनल में पहुंचे संघर्ष
अब सवाल यह है कि पाओलिनी का सफर कितना रोमांचक रहा है। वह इस साल के सीजन की शुरुआत एक नकारात्मक रिकॉर्ड के साथ की थी, लेकिन अब वह 22-10 के रिकॉर्ड और एक खिताब के साथ इस फाइनल में पहुंची हैं। यह स्पष्ट है कि उन्होंने अपनी खेल में जबरदस्त सुधार किया है और उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि हुई है।
स्वियातेक के पास अनुभव और संजीदगी दोनों हैं, जो उन्हें इस मैच में एक बढ़त दिला सकती है। लेकिन पाओलिनी के पास खोने के लिए कुछ नहीं है और वह इसी भावना के साथ खेल सकती हैं। इसलिए यह मुकाबला और भी दिलचस्प हो सकता है।
स्वियातेक की शानदार यात्रा
23 वर्षीय पोलिश टेनिस खिलाड़ी इगा स्वियातेक ने कम समय में ही अंतर्राष्ट्रीय टेनिस में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। उन्होंने शुरुआत से ही दिखा दिया था कि वह लंबी रेस की घोड़ी हैं। रोलैंड गैरोस के क्ले पर उनका प्रदर्शन हमेशा शानदार रहा है, और उन्होंने इस बार भी अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया है।
उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत 2018 में की और जल्द ही दिखा दिया कि टेनिस के लिए उनकी दीवानगी और मेहनत किसी भी चुनौती को पार करने के लिए पर्याप्त है। उनके खेल की विशेष बातें उनकी बेसलाइन से जो खेल की महारत है, और मानसिक मजबूती है। वे अपने विरोधियों को कड़ी टक्कर देने में कभी पीछे नहीं हटतीं।
पाओलिनी का चौंकाने वाला उदय
जैस्मिन पाओलिनी एक लेट ब्लूमर खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत देर से की, लेकिन यह उन्हें रोका नहीं। उनके पास एक अनोखी खेल शैली है जो उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती है। उन्होंने पिछले कुछ सालों में अपनी क्षमता को अच्छी तरह से निखारा है और इस साल के फ्रेंच ओपन में उनका प्रदर्शन उनके प्रयासों का नतीजा है।
पाओलिनी ने इस टूर्नामेंट में दिखाया है कि वह किसी भी बड़े खिलाड़ी के खिलाफ भी मजबूती से खड़ी हो सकती हैं। उनके बेसलाइन एक्सचेंजेस और विरोधियों को मात देने की क्षमता ने उन्हें इस फाइनल तक पहुंचाया है।
प्रमुख मुकाबले का इंतजार
फ्रेंच ओपन का यह फाइनल मुकाबला कई दृष्टिकोणों से रोमांचक होने वाला है। एक ओर इगा स्वियातेक हैं, जो अपने मौजूदा फॉर्म और अनुभव के बल पर स्पष्ट रूप से मुकाबले की मुख्य दावेदार हैं। दूसरी ओर जैस्मिन पाओलिनी हैं, जिन्होंने इस टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से सभी को हैरान कर दिया है।
यह देखना रोचक होगा कि क्या स्वियातेक अपनी सफलता की कहानी को आगे बढ़ाएंगी या पाओलिनी अपने पहले प्रमुख फाइनल में स्पोइलर का काम करेंगी। यह फाइनल हमें न सिर्फ जबरदस्त टेनिस बल्कि दोनों खिलाड़ियों की दृढ़ता और संघर्ष की प्रेरक कहानियां भी देखने का मौका देगा।
Agam Dua
जून 10, 2024 AT 13:28इगा का खेल बिल्कुल बेकार है, वो तो बस क्ले पर ही जीतती है, अन्य कोर्ट पर तो डर जाती है। पाओलिनी को बहुत बढ़िया खेलना चाहिए था, लेकिन उसकी फिजिकल फिटनेस नहीं है। अगर ये फाइनल ग्रास पर होता, तो इगा ने 6-0, 6-0 से जीत लेती।
Gaurav Pal
जून 11, 2024 AT 19:28अरे भाई, इगा की तो बस एक ही चीज़ चलती है-बेसलाइन से ज़ोर से लगाना। जब तक वो नेट पर नहीं आती, तब तक कोई भी उसका नियंत्रण नहीं ले सकता। पाओलिनी के पास अगर थोड़ा भी अंदाज़ा होता कि इगा की बैकहैंड कब टाइमिंग खोती है, तो वो इस फाइनल में जीत जाती। लेकिन नहीं, वो भी तो बस बैकहैंड को बेसलाइन पर ही टकराती रह गई।
sreekanth akula
जून 11, 2024 AT 20:22पाओलिनी की जड़ें घाना और पोलैंड में हैं, और वो इटली की ओर से खेल रही हैं। ये वाकई दिलचस्प है-एक खिलाड़ी जो अपनी विरासत को अपने खेल में जोड़ रही है। इस तरह की बहुसांस्कृतिक पहचान आजकल के खेल में बहुत कम है। उसकी खेल शैली में भी एक अजीब सी लय है, जैसे अफ्रीकी ताल और पूर्वी यूरोपीय तकनीक का मिश्रण। ये फाइनल सिर्फ टेनिस नहीं, एक सांस्कृतिक घटना है।
Sarvesh Kumar
जून 12, 2024 AT 12:51इगा को जीतना चाहिए, वो हमारी तरफ से खेल रही है। पाओलिनी को भारत की तरफ से खेलना चाहिए था, वो तो अपने रंग बदल रही है। इटली के लिए खेलना क्यों? भारत के लिए खेलती तो ये फाइनल बहुत बड़ा इवेंट बन जाता।
Ashish Chopade
जून 14, 2024 AT 09:59