फीफा क्लब वर्ल्ड कप 2025: मैनचेस्टर सिटी ने अल ऐन को 6-0 से रौंदा, नॉकआउट पक्का

6-0 की मार से ग्रुप G हिल गया, सिटी ने नॉकआउट टिकट कन्फर्म किया
छह गोल, एकतरफा दबदबा और कोई दया नहीं—मैनचेस्टर सिटी ने अटलांटा के मर्सिडीज़-बेंज स्टेडियम में अल ऐन को 6-0 से हराकर फीफा क्लब वर्ल्ड कप 2025 के नॉकआउट में अपनी जगह पक्की कर ली। यह मैच 22 जून 2025 को हुआ और इसके साथ ही ग्रुप G से यूवेंटस भी अगले दौर में पहुंच गया। अल ऐन की उम्मीदें यहीं खत्म हो गईं। अब ऑरलैंडो में सिटी बनाम जुवेंटस का मुकाबला तय करेगा कि ग्रुप का टॉपर कौन होगा।
सिटी ने शुरुआत से ही रफ्तार पकड़ ली। पेप गार्डियोला की टीम ने किक-ऑफ से ही हाई प्रेस और तेज पासिंग से मैच को अपने कब्जे में ले लिया। 8वें मिनट में इल्काय गुंडोगान ने खालिद ईसा के ऊपर से शानदार चिप मारकर स्कोरिंग खोली—वही शांत दिमाग, वही सटीक टच। अल ऐन के डिफेंडर पीछे भागते रह गए और सिटी ने बढ़त बना ली।
27वें मिनट में कहानी और एक कदम आगे बढ़ी। अर्जेंटीनी टीनएजर क्लाउदियो एचेवेरी ने फ्री-किक पर अपनी काबिलियत दिखाते हुए क्रॉसबार के नीचे से गेंद जड़ दी। उनके लिए यह सिटी की शुरुआती इलेवन में पहला बड़ा दिन था, और उन्होंने इसे गोल से यादगार बनाया। यह गोल सिर्फ स्कोरलाइन नहीं बढ़ा रहा था, यह बता रहा था कि इस टूर्नामेंट में सिटी की बेंच भी मारक है।
हाफटाइम से ठीक पहले एरलिंग हालांड ने पेनल्टी पर गोल दागा। जोरदार रन, बॉक्स में हलचल और दबाव—नतीजा पेनल्टी और नॉर्वेजियन स्टार का टूर्नामेंट का पहला गोल। हाफटाइम तक सिटी 3-0 पर और अल ऐन पूरी तरह बैकफुट पर।
दूसरे हाफ में भी नियंत्रण वही रहा। पासिंग टेम्पो कम नहीं हुआ, पिच की चौड़ाई का इस्तेमाल जारी रहा। 73वें मिनट में गुंडोगान ने अपना दूसरा गोल किया—मिडफील्ड से देर से बॉक्स में घुसना और सिल्की फिनिश, यही उनकी खासियत है। इसके बाद सब्स्टीट्यूट्स ने ताल थाम ली। 84वें मिनट में ऑस्कर बॉब ने फाइनिश किया और 89वें मिनट में क्लब डेब्यू करते हुए रयान चेर्की ने अपना पहला सिटी गोल ठोक दिया। 6-0—स्कोरलाइन सिटी की क्लिनिकल एप्रोच की पूरी तस्वीर थी।
अल ऐन की तरफ से एक बड़ी उम्मीद नसीम शादली की काउंटर-अटैक पर दिखी, लेकिन स्टेफन ऑर्टेगा ने बेहतरीन सेव से क्लीन शीट बचा ली। यह मोमेंट बताता है कि सिटी की डिफेंस लाइन ऊंची होने के बावजूद गोलकीपर और रिस्ट डिफेंस कितनी चौकस रही।
टैक्टिकल तस्वीर साफ रही—सिटी ने 4-3-3 में चौड़ाई फैलाई, फुल-बैक्स ने अंदर आकर मिडफील्ड में ओवरलोड बनाया और गुंडोगान ने टेम्पो कंट्रोल किया। एचेवेरी ने सेट-पीस पर धार दिखाई, जबकि हालांड की पोजिशनिंग ने अल ऐन के सेंटर-बैक्स को लगातार उलझाए रखा। काउंटर-प्रेस इतनी तीखी थी कि दूसरी गेंदें लगभग हर बार सिटी के पास ही लौट आईं।
इस जीत में एक दिलचस्प विजुअल भी रहा—सिटी ने KidSuper x PUMA की स्पेशल एडिशन किट पहनी। रंग और डिजाइन ने स्टेडियम में मौजूद फैंस का ध्यान खींचा, और टीम का खेल उसी तरह बोल्ड दिखा।
सब्स्टीट्यूशंस की टाइमिंग भी गार्डियोला की प्लानिंग दिखाती है। बड़े अंतर के बाद उन्होंने रफ्तार और ताजगी बनाए रखने के लिए बदलाव किए, जिससे स्कोरलाइन और कंट्रोल दोनों बढ़े। इससे टीम को अगले मैच से पहले खिलाड़ियों को लोड मैनेजमेंट का फायदा मिलेगा।
- इल्काय गुंडोगान — 8' और 73'
- क्लाउदियो एचेवेरी — 27' (फ्री-किक)
- एरलिंग हालांड — 45' (पेनल्टी)
- ऑस्कर बॉब — 84'
- रयान चेर्की — 89' (डेब्यू गोल)
ग्रुप G की गणित, यूवेंटस की चुनौती और आगे का शेड्यूल
इस नतीजे से ग्रुप G की तस्वीर साफ हो गई। विदाद एथलेटिक क्लब पर 4-1 की जीत के बाद जुवेंटस भी अगले दौर में पहुंच चुका है। सिटी और जुवेंटस अब बराबर अंकों और गोल अंतर पर हैं, इसलिए ऑरलैंडो में होने वाला उनका मुकाबला टॉप स्पॉट का फैसला करेगा। यहां हेड-टू-हेड का असर सीधा राउंड ऑफ 16 के रास्ते पर पड़ेगा—पहला स्थान मिलने से संभावित तौर पर थोड़ा आसान ड्रॉ मिल सकता है।
सवाल यह भी है कि सिटी ऑरलैंडो में कितनी रोटेशन करेगी। आज की 6-0 की जीत के बाद आत्मविश्वास चरम पर है, लेकिन टूर्नामेंट का शेड्यूल टाइट है और सफर भी लंबा। गार्डियोला अक्सर बड़े मैचों में शुरुआती 60 मिनट में तीव्रता दिखाने और बाद में कंट्रोल से गेम फिनिश करने की रणनीति अपनाते हैं। यहां भी वे फिटनेस और फॉर्म के बीच बैलेंस बना सकते हैं।
जुवेंटस की बात करें तो उनका अंदाज ज्यादा डायरेक्ट और कॉम्पैक्ट डिफेंस पर टिका रहा है। वे ट्रांजिशन में तेज हैं और सेट-पीस पर खतरनाक। सिटी की बॉल-पजेशन बनाम जुवेंटस की ब्लॉक—यह क्लासिक टैक्टिकल बैटल हो सकती है, जहां पहला गोल मैच का टेम्पो तय करेगा।
अल ऐन के लिए यह ग्रुप कठिन था। यूरोप की चैंपियन टीमों से भिड़ते हुए अनुभव की कमी और स्क्वाड डेप्थ की दिक्कत साफ दिखी। फिर भी, कुछ काउंटर और कुछ पासिंग फेज उनके लिए सकारात्मक संकेत हैं—खासकर तब, जब आप इस स्तर की रफ्तार और शारीरिक खेल के आदी नहीं होते।
बड़े फॉर्मेट में हो रहे इस टूर्नामेंट में ग्रुप स्टेज से सीधे राउंड ऑफ 16 का रास्ता खुलता है। अमेरिका में अलग-अलग शहर, अलग टाइम-ज़ोन और तेज बैक-टू-बैक मैच—स्क्वाड मैनेजमेंट यहां उतना ही अहम है जितना फॉर्म। सिटी की बेंच स्ट्रेंथ—एचेवेरी, बॉब, चेर्की जैसे नाम—यहीं फर्क पैदा कर रहे हैं।
अटलांटा का मर्सिडीज़-बेंज स्टेडियम इस मैच में बेहतरीन स्टेज साबित हुआ। तेज पिच, साफ विजुअल्स और जोरदार माहौल—फैंस ने हर गोल पर गूंजते हुए साथ दिया। अब नजर ऑरलैंडो पर है, जहां ग्रुप टॉपर तय होगा और नॉकआउट ब्रैकेट का रास्ता लगभग आधा साफ हो जाएगा।
फिलहाल, 6-0 की यह जीत सिटी के लिए सिर्फ तीन अंक नहीं है; यह संदेश भी है—रिद्म मिल चुका है, फिनिशिंग धारदार है और गोलकीपर से लेकर स्ट्राइकर तक हर लाइन तैयार है। अगले मैच में वही तीव्रता बनी रही, तो ग्रुप G का पहला स्थान उनके ही नाम जाने की पूरी उम्मीद है।