पेरिस 2024 ओलंपिक्स: एचएस प्रणय ने जीता बैडमिंटन में फैबियन रोथ के खिलाफ
जुल॰, 29 2024एचएस प्रणय की शानदार जीत
पेरिस 2024 ओलंपिक्स में भारत के एचएस प्रणय ने जर्मनी के फैबियन रोथ को ग्रुप के के पुरुष एकल बैडमिंटन मुकाबले में 28 जुलाई 2024 को ला शापेल एरिना कोर्ट 1 में हराया। प्रणय ने रोथ को 21-18, 21-12 से हराकर मैच को 45 मिनट में अपने नाम कर लिया। यह जीत प्रणय के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण को दर्शाती है, क्योंकि पिछले वर्ष 2023 में उन्होंने बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर पर अपना पहला खिताब जीता था, विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था, और एशियाई खेलों में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता था।
प्रणय की जीत की कहानी
हालांकि, 2024 में विधाओं में थोड़ी अस्थिरता और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण, प्रणय की फॉर्म ढल गई थी। इसके बावजूद, पेरिस में उनकी जीत ने उनके समर्पण और क्षमता को दर्शाया। रोथ के खिलाफ इस जीत ने उन्हें न सिर्फ देश का गौरव बढ़ाने का मौका दिया, बल्कि यह उनके लिए व्यक्तिगत विजय भी थी। पहले सेट में 21-18 की कड़ी जीत के बाद, दूसरे सेट में प्रणय ने 21-12 से आसानी से जीत हासिल की।
मैच का रोमांचक अनुभव
यह मुकाबला भारतीय दर्शकों और बैडमिंटन प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक और गर्व का विषय था। इस मुकाबले को लाइव देखने का अनुभव बहुत रोमांचक था और उसे खेल चैनल्स स्पोर्ट्स18 और जियोसिनेमा पर प्रसारित किया गया। इस टूर्नामेंट की अवधि 26 जुलाई से 11 अगस्त 2024 तक थी, जो दर्शकों के लिए एक लंबे समय तक चलने वाला रोमांचक आयोजन था।
प्रणय का कार्यकाल और आगे की राह
एचएस प्रणय का यह जीत सिर्फ इस मैच तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें भविष्य में और भी उच्चतम स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। 2023 में उनके द्वारा जीते गए खिताब और पदक ने उनकी खेल क्षमता को सिद्ध किया है। वे बैडमिंटन में लगातार अपनी शैली और तकनीक को सुधार रहे हैं, जो उन्हें विश्वस्तरीय खिलाड़ी बनाता है।
ला शापेल एरिना का माहौल
ला शापेल एरिना में मैच के दौरान का वातावरण बेहद उत्साही और समर्थन से भरा हुआ था। दोनों खिलाड़ियों के समर्थक अपनी टीम के लिए चीयर कर रहे थे। प्रणय की जीत ने भारतीय समर्थकों के दिलों में एक नई ऊर्जा भर दी।
टीवी और स्ट्रीमिंग पर प्रसारण
भारतीय दर्शकों के लिए इस मुकाबले का सीधा प्रसारण स्पोर्ट्स18 चैनल और जियोसिनेमा पर किया गया। यह सुनिश्चित करता है कि जो लोग एरिना में नहीं पहुंच सके वे भी इस रोमांचक मुकाबले का अनुभव ले सकें।
कुल मिलाकर, एचएस प्रणय की इस जीत ने एक बार फिर साबित किया कि धैर्य, कड़ी मेहनत और निरंतरता से किसी भी चुनौती को मात दी जा सकती है। यह जीत न सिर्फ उनकी खेल यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा भी है। उनके प्रदर्शन ने भारतीय बैडमिंटन को एक नया आयाम दिया है और देशवासियों को गर्व महसूस कराया है।