पाकिस्तानी सेना ने पक्तिका में बमबारी, तीन अफगान क्रिकेटरों की मौत

पाकिस्तानी सेना ने पक्तिका में बमबारी, तीन अफगान क्रिकेटरों की मौत अक्तू॰, 19 2025

जब पाकिस्तानी सेना ने पाकिस्तान के सीज़फायर को तोड़ते हुए पक्तिका प्रांत के उरगुन जिला में एयरस्ट्राइक किया, तो तीन अफगान क्रिकेटर — कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून — साथ ही सात अन्य नागरिक मारेजा गए। यह हमला 17 अक्टूबर 2025 को हुआ, जब खिलाड़ी शराना में फ़्रेंडली मैच के बाद घर लौट रहे थे।

पृष्ठभूमि: सीमा पर लगातार तनाव

पाकिस्तान‑अफ़गानिस्तान सीमा हमेशा जलते शिखर पर रही है। 2024‑2025 में तहरीक‑ए‑तालिबान पाकिस्तान (TTP) के हमला‑आक्रमण बढ़े थे, जिससे दोनों देशों के बीच कई बार सीज़फायर‑भंग हुए। इस दौर में पाकिस्तान ने कई बार दावा किया कि इसके प्रतिरक्षा ऑपरेशन ‘अंतर्देशीय टेररिस्ट ग्रुप’ को निशाना बना रहे हैं।

उसी संदर्भ में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने पिछले पाँच सालों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अफ़ग़ान क्रिकेट को ऊँचा उठाने के कई प्रयास किए हैं। शराना में आयोजित फ्रेंडली मैच के बाद, टीम के युवा खिलाड़ियों को स्थानीय स्तर पर पहचान मिल रही थी, जिससे इस क्षेत्र में खेल‑उन्नति की संभावनाएँ बन रही थीं।

घटनाक्रम: उरगुन में एयरस्ट्राइक का विवरण

सुबह के शुरुआती घंटों में, एक धुंधला जेट‑इंजन की आवाज़ ने उरगुन के पहाड़ी इलाकों को घेर लिया। अफ़ग़ान सेना के स्रोतों के अनुसार, दो मि.ग्राउंड‑फ़ायर और एक बम गिराया गया, जिससे लगभग दो घंटे तक धधकती आग दृश्य बन गयी।

स्थानीय पत्रकारों ने बताया कि—

"हमने देखा कि गोलाबारी बाद में भी चलती रही, और कई घरों के छतें उखड़ गईं।"

हमीले के बाद, बचाव दल ने पाया कि कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून सहित आठ लोग मारे गये, और सात गंभीर रूप से घायल हुए। सभी मारे गए खिलाड़ी नंगरहार और खोस्त क्षेत्रों के रहने वाले थे, जहाँ से अफ़ग़ान क्रिकेट ने कई सितारे उत्पन्न किए हैं।

प्रतिक्रिया: खेल जगत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आवाज़

मोहम्मद नबी ने अपने ट्विटर हैंडल पर पश्चाताप व्यक्त किया: "ऐसे कुख्यात हमले से खेल की पवित्रता धूमिल होती है। अफ़ग़ान खिलाड़ियों को हमारा समर्थन चाहिए।" इसी तरह राशिद खान, गुलबदीन नईब और फजलहक फारुखी ने भावनात्मक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने इस हमले को "मानवता के विनाश" कहा।

भारतीय फ़ॉर्मर एटरन‑बोलर इरफ़ान पठान ने भी भारतीय भाषा में उल्लेख किया: "पाकिस्तान को शरम आनी चाहिए, इस अत्याचार को कभी सहन नहीं किया जा सकता।"

संयुक्त राष्ट्र ने इस घटना को "क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा" कहा और दोनों पक्षों से तुरंत‑तुरंत जांच का अनुरोध किया। यूएन‑मानवाधिकार समिति ने कहा कि ऐसे हवाई हमले, जो दक्षिण एशियाई खेल‑समुदाय को लक्षित करते दिखते हैं, अंतर्राष्ट्रीय कानून के गंभीर उल्लंघन हैं।

संभावित असर: सुरक्षा‑परिदृश्य और अफ़ग़ान क्रिकेट पर प्रभाव

संभावित असर: सुरक्षा‑परिदृश्य और अफ़ग़ान क्रिकेट पर प्रभाव

विश्लेषकों का मानना है कि इस हमले से दो प्रमुख फलन उत्पन्न हो सकते हैं। पहला, अब तक के रुकावटहीन टकराव के बाद, अफ़ग़ानिस्तान‑पाकिस्तान सीमावर्ती क्षेत्रों में नया सैन्य‑कूटनीति मोड़ आ सकता है। दूसरा, स्थानीय क्रिकेट संगठनों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने में बाधाएँ झेलनी पड़ सकती हैं।

एक क्रीडा विशेषज्ञ ने कहा: "जब युवा प्रतिभा ऐसी हिंसा का शिकार बनती है, तो पूरे सीनियर‑लीग की विकास गति रुक जाती है। यह सिर्फ तीन खिलाड़ियों की मौत नहीं, यह भविष्य की संभावनाओं का ध्वंस है।"

साथ ही, इस घटना से टैलिबान‑समर्थक समूहों की रणनीति पर भी सवाल उठे हैं। यदि TTP के ठिकानों को निशाना बनाते हुए पाकिस्तान ने निरोधात्मक कदम उठाए, तो वह असली सुरक्षा‑पर्याप्ति का बहाना बना सकता है, जिससे आगे के कूटनीतिक संवाद में जटिलता बढ़ेगी।

आगे क्या? भविष्य की संभावनाएँ और कूटनीतिक कदम

अगले कुछ हफ्तों में दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों ने चर्चा शुरू करने का इरादा जताया है। अफ़ग़ान सरकार ने मांग की है कि पाकिस्तान अपने हवाई हमले के सबूत जल्दी‑जल्दी साझा करे और अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षण के तहत कार्रवाई करे।

इसी बीच, ACB ने घोषणा की है कि शराना में आयोजित अगले फ्रेंडली मैच को स्थगित किया जाएगा, और विदेशियों का आगमन भी रोक दिया जाएगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी छोटे‑मोटे प्रभाव पड़ सकते हैं—हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में अस्थायी बंदिशें, तथा दर्शकों की कमी।

यदि कूटनीति सफल रहती है, तो सीमा‑पार खेल‑आदान‑प्रदान फिर से शुरू हो सकता है, जो लोगों के बीच संवाद को बढ़ावा देगा। लेकिन स्थिति अभी तक स्थिर नहीं है, और हर कदम पर अंतरराष्ट्रीय निगरानी बनी रहेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

यह हमला अफ़ग़ान क्रिकेट के भविष्य को कैसे प्रभावित करेगा?

तीन युवा खिलाड़ी की मौत से युवा प्रतिभा के प्रेरणा स्रोत घटेंगे। यदि सीमा‑पार मैचों में रुकावटें बनी रही, तो अंतरराष्ट्रीय exposure कम होगा, जिससे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मानकों तक पहुँचना कठिन हो सकता है।

क्या पाकिस्तान का दावा सही है कि वह TTP के ठिकानों को निशाना बना रहा था?

पाकिस्तान ने आधिकारिक बयान में बताया, परंतु अंतरराष्ट्रीय निरीक्षणकों ने अभी तक कोई स्पष्ट साक्ष्य सार्वजनिक नहीं किया है। अधिकांश विशेषज्ञ इसे रणनीतिक दावा मानते हैं, जिससे सच्चाई स्पष्ट होने में समय लग सकता है।

इस घटना से क्षेत्रीय सुरक्षा पर क्या असर पड़ सकता है?

सीज़फायर‑भंग से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। यदि कूटनीति विफल रहती है, तो सीमा‑पार नौजवान समूहों की पुनरावृत्ति संभव है, जिससे शांति प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकती है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस हमले पर कैसे प्रतिक्रिया दे रहा है?

संयुक्त राष्ट्र ने इस घटना को मानवीय अधिकारों के उल्लंघन के रूप में निंदा की है और तुरंत‑तुरंत जांच का आह्वान किया है। कई देशों के विदेश मंत्रालयों ने पाकिस्तान को शांति‑प्रक्रिया में सहयोग करने का अनुरोध किया है।

क्या भविष्य में ऐसी खेल‑संबंधी हिंसा रोकी जा सकेगी?

खेल को सुरक्षित रखने के लिए दृढ़ अंतरराष्ट्रीय नियम और निगरानी आवश्यक है। इस घटना ने दिखाया कि शांति‑संघ के तहत खेल‑इवेंट की सुरक्षा को मजबूत करना कितना महत्वपूर्ण है, ताकि भविष्य में ऐसा दर्दनाक हादसा न दोहराया जाए।

5 टिप्पणि

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    arun great

    अक्तूबर 19, 2025 AT 00:30

    उरगुन में हुई इस एयरस्ट्राइक ने स्थानीय क्रिकेट संरचना को गहरा झटका दिया है। युवा खिलाड़ियों के प्रशिक्षण कैंप और टैलेंट स्काउटिंग के कार्यक्रम अब जोखिम में हैं। यह स्थिति अवैध हिंसा के खेल पर पड़ने वाले असर को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।

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    Anirban Chakraborty

    अक्तूबर 23, 2025 AT 09:20

    ऐसे कृत्य को किसी भी तरह के राष्ट्रीय गौरव से नहीं जोड़ा जा सकता; यह मानवता के खिलाफ अपराध है। हमें तुरंत अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मामला ले जाना चाहिए।

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    Krishna Saikia

    अक्तूबर 27, 2025 AT 18:11

    मैं कहता हूँ कि हमारे पड़ोसी देश ने इस क्षेत्र में अपना हाथ साफ़ नहीं रखा। यह बेतुका हमला हमारी सुरक्षा नीति को फिर से जांचने का संकेत है।

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    Meenal Khanchandani

    नवंबर 1, 2025 AT 03:01

    तीन युवा खिलाड़ी की ज़िंदगी इतने छोटे सालों में खत्म हो गई।

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    Anurag Kumar

    नवंबर 5, 2025 AT 11:52

    ऐसे शॉक से स्थानीय समुदाय में डर का माहौल बन जाता है, और खेल की आत्मा धीरे-धीरे मद्धम पड़ती है। हमें शांति के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

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