मौसम अपडेट 2025: भीषण गर्मी और बारिश का दौर, जानिए किस राज्य में क्या रहेगा हाल

उत्तर भारत में चढ़ा पारे का पारा, हीटवेव का कहर
जून 2025 भारत के लिए मौसम के लिहाज से काफी उथल-पुथल भरा साबित हो रहा है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में इन दिनों भीषण हीटवेव का प्रकोप है। खासकर राजस्थान और पंजाब में 12 जून के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गंभीर हीटवेव की चेतावनी जारी की है। इन राज्यों के कई शहरों में तापमान सामान्य से कहीं ज्यादा दर्ज किया गया है। दिल्ली भी इस गर्मी की चपेट में है, यहां पारा लगातार 34°C से 43°C के बीच झूल रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों के लिए उमस भरी गर्मी और हालात और मुश्किल बना रही है।
दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने अनुभव किया कि भारी गर्मी के बावजूद कभी-कभार अचानक से मौसम बदलता है और गरज के साथ बारिश भी हो जाती है। बावजूद इसके यहां की गर्मी लोगों का पसीना निकाल रही है। यूपी, एमपी और चंडीगढ़ में भी गर्म और उमस भरी रातें आम हैं। कुछ जगह रात का तापमान भी 30°C के करीब बना हुआ है, जिससे राहत मिलना मुश्किल है।
दक्षिण भारत में बारिश, पूर्वानुमान में बदलाव के संकेत
जहां एक तरफ उत्तर भारत में सूरज आग उगल रहा है, वहीं दक्षिण भारत के हालात बिल्कुल अलग हैं। आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके, रायलसीमा और कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों में 12 से 16 जून के बीच गरज-चमक और बारिश की संभावना जताई जा रही है। IMD ने यहां बारिश के दौरान तूफान और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी है।
पूरे देश का औसत तापमान इस समय 28° से 31°C के बीच है। जून के महीने में 15 से 22 दिन तक देश के कई हिस्सों में हल्की या तेज बारिश हो सकती है। यह आकड़ा बताता है कि एक ओर जहां गर्मी से झुलसने की स्थिति बनी हुई है, वहीं दूसरी तरफ मानसून की दस्तक कुछ राज्यों में राहत देती दिख रही है।
आईएमडी का अनुमान है कि उत्तर पश्चिम भारत में तापमान जून के दूसरे हफ्ते में थोड़ा नीचे जा सकता है। जबकि राजस्थान, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और आसपास के हिस्सों में सीजन के अंत तक तापमान सामान्य के करीब रह सकता है। ये बदलाव किसानों के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी अहम है, क्योंकि फसल पकने और दैनिक जीवन दोनों पर इसका असर पड़ेगा।
- यात्रा करने वालों के लिए सलाह दी गई है कि छाता, रेनकोट जैसी वॉटरप्रूफ चीजें साथ रखें।
- हीटवेव की वजह से पानी नियमित रूप से पिएं और शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाएं।
- बच्चों और बुजुर्गों को तेज धूप से खास तौर पर बचा कर रखें।
फिलहाल हालात यही हैं कि मौसम का मिजाज पल-पल बदल सकता है, कहीं तेज धूप तो कहीं रिमझिम फुहारें — ऐसे में जनता को अलर्ट रहना ही समझदारी है।