मौसम अपडेट 2025: भीषण गर्मी और बारिश का दौर, जानिए किस राज्य में क्या रहेगा हाल

मौसम अपडेट 2025: भीषण गर्मी और बारिश का दौर, जानिए किस राज्य में क्या रहेगा हाल जून, 18 2025

उत्तर भारत में चढ़ा पारे का पारा, हीटवेव का कहर

जून 2025 भारत के लिए मौसम के लिहाज से काफी उथल-पुथल भरा साबित हो रहा है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में इन दिनों भीषण हीटवेव का प्रकोप है। खासकर राजस्थान और पंजाब में 12 जून के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गंभीर हीटवेव की चेतावनी जारी की है। इन राज्यों के कई शहरों में तापमान सामान्य से कहीं ज्यादा दर्ज किया गया है। दिल्ली भी इस गर्मी की चपेट में है, यहां पारा लगातार 34°C से 43°C के बीच झूल रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों के लिए उमस भरी गर्मी और हालात और मुश्किल बना रही है।

दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने अनुभव किया कि भारी गर्मी के बावजूद कभी-कभार अचानक से मौसम बदलता है और गरज के साथ बारिश भी हो जाती है। बावजूद इसके यहां की गर्मी लोगों का पसीना निकाल रही है। यूपी, एमपी और चंडीगढ़ में भी गर्म और उमस भरी रातें आम हैं। कुछ जगह रात का तापमान भी 30°C के करीब बना हुआ है, जिससे राहत मिलना मुश्किल है।

दक्षिण भारत में बारिश, पूर्वानुमान में बदलाव के संकेत

जहां एक तरफ उत्तर भारत में सूरज आग उगल रहा है, वहीं दक्षिण भारत के हालात बिल्कुल अलग हैं। आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके, रायलसीमा और कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों में 12 से 16 जून के बीच गरज-चमक और बारिश की संभावना जताई जा रही है। IMD ने यहां बारिश के दौरान तूफान और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी है।

पूरे देश का औसत तापमान इस समय 28° से 31°C के बीच है। जून के महीने में 15 से 22 दिन तक देश के कई हिस्सों में हल्की या तेज बारिश हो सकती है। यह आकड़ा बताता है कि एक ओर जहां गर्मी से झुलसने की स्थिति बनी हुई है, वहीं दूसरी तरफ मानसून की दस्तक कुछ राज्यों में राहत देती दिख रही है।

आईएमडी का अनुमान है कि उत्तर पश्चिम भारत में तापमान जून के दूसरे हफ्ते में थोड़ा नीचे जा सकता है। जबकि राजस्थान, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और आसपास के हिस्सों में सीजन के अंत तक तापमान सामान्य के करीब रह सकता है। ये बदलाव किसानों के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी अहम है, क्योंकि फसल पकने और दैनिक जीवन दोनों पर इसका असर पड़ेगा।

  • यात्रा करने वालों के लिए सलाह दी गई है कि छाता, रेनकोट जैसी वॉटरप्रूफ चीजें साथ रखें।
  • हीटवेव की वजह से पानी नियमित रूप से पिएं और शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाएं।
  • बच्चों और बुजुर्गों को तेज धूप से खास तौर पर बचा कर रखें।

फिलहाल हालात यही हैं कि मौसम का मिजाज पल-पल बदल सकता है, कहीं तेज धूप तो कहीं रिमझिम फुहारें — ऐसे में जनता को अलर्ट रहना ही समझदारी है।

19 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Manoranjan jha

    जून 20, 2025 AT 07:48
    ये गर्मी तो सिर्फ तापमान की बात नहीं, बल्कि सिस्टम की फेलियर है। हमारे शहरों में शेडिंग, ग्रीन कोरिडोर्स, और वाटर फीचर्स का कोई प्लान ही नहीं। जब तक इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान नहीं दिया जाएगा, तब तक ये बर्बरता जारी रहेगी।
  • Image placeholder

    Pallavi Khandelwal

    जून 21, 2025 AT 15:03
    मैं तो बस यही कहूंगी कि दिल्ली में जो भी बारिश हो रही है, वो नहीं हो रही... वो बस बादलों का नाटक है! जब तक आप नहीं भीगेंगे, तब तक ये बारिश नहीं हुई! और फिर आईएमडी का रिपोर्ट? वो तो बस बाजार में बेचे जाने वाले टॉफियों जैसा है - चखो तो मीठा, पर असलियत कुछ और है।
  • Image placeholder

    Mishal Dalal

    जून 23, 2025 AT 07:28
    ये गर्मी अमेरिका और यूरोप की गुप्त योजना है! वो चाहते हैं कि हम भारतीयों को अपनी जमीन छोड़ दें! उनके पास एयर कंडीशनर हैं, हमारे पास बिजली का बिल! ये जानबूझकर किया जा रहा है! जब तक हम अपनी ऊर्जा स्वायत्तता पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक हम गुलाम बने रहेंगे!!!
  • Image placeholder

    Pradeep Talreja

    जून 23, 2025 AT 10:51
    बारिश का अनुमान गलत नहीं है। आईएमडी के डेटा का विश्लेषण करें। तापमान विचलन दक्षिण में 1.8°C अधिक है। उत्तर में 3.2°C। यह जलवायु विकृति का संकेत है।
  • Image placeholder

    Rahul Kaper

    जून 24, 2025 AT 17:15
    मैं अपने गांव में एक बूढ़े आदमी को याद कर रहा हूं। वो हमेशा कहते थे, 'बारिश आएगी तो फसल खुश होगी, नहीं तो धरती रोएगी।' आज वो बातें अभी भी सच हैं। हमने अपनी जड़ें भूल गई हैं।
  • Image placeholder

    ayush kumar

    जून 25, 2025 AT 08:10
    मैं रायलसीमा से हूं। पिछले साल बारिश नहीं हुई तो तीन दोस्तों की बीवियां अपने घर छोड़कर चली गईं। आज फिर बारिश का अनुमान है। लेकिन अब तो हम डर गए हैं। बारिश आएगी तो बाढ़ आएगी, नहीं तो भूख। ये चक्र बंद हो जाए तो बेहतर होगा।
  • Image placeholder

    Soham mane

    जून 25, 2025 AT 08:33
    हर साल ऐसा ही होता है। लेकिन ये बार तो अलग है। जब तक हम अपने घरों में पेड़ नहीं लगाएंगे, तब तक ये बातें बस बातें ही रहेंगी। मैंने अपने बालकनी में तीन पौधे लगा दिए। छोटा कदम, लेकिन शुरुआत तो है।
  • Image placeholder

    Neev Shah

    जून 27, 2025 AT 03:50
    हमारे यहां तो बारिश का अनुमान लगाने के लिए एआई का उपयोग होता है, लेकिन जब आईएमडी का डेटा बैकलॉग से भरा है, तो ये सिर्फ एक बाजारीय रिपोर्ट है। मैंने देखा है, लोगों को बस डराने के लिए ये आंकड़े बनाए जाते हैं। ये सब एक बड़ा धोखा है।
  • Image placeholder

    Chandni Yadav

    जून 28, 2025 AT 06:24
    मौसम के आंकड़ों का विश्लेषण करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि तापमान के उतार-चढ़ाव का आधार एसओएस (सामान्य वातावरणीय स्थिति) है। उत्तरी भारत में जलवायु अस्थिरता का मापन एलएमएस (लंबी अवधि माध्यम) के आधार पर किया जाना चाहिए।
  • Image placeholder

    Raaz Saini

    जून 28, 2025 AT 06:35
    तुम सब ये बातें क्यों कर रहे हो? ये गर्मी तो तुम्हारी आलसी जिंदगी का नतीजा है। जब तक तुम अपने घरों में पंखा नहीं बंद करोगे, तब तक ये बातें बस बातें ही रहेंगी। मैंने तो एक दिन बिना पंखे के गुजारा किया। तुम क्या कर सकते हो?
  • Image placeholder

    Dinesh Bhat

    जून 29, 2025 AT 11:24
    मैं अपने दोस्त के घर गया था जहां उन्होंने छत पर एक छोटा सा बगीचा बनाया हुआ था। वहां तापमान 4°C कम था। ये बात सिर्फ बारिश की नहीं, ये बात हमारे जीवनशैली की है।
  • Image placeholder

    Kamal Sharma

    जुलाई 1, 2025 AT 04:56
    हमारे गांव में एक बूढ़ा आदमी है, वो बारिश के आने से पहले चिड़ियों की उड़ान देखकर बता देता है। आजकल वो बोलता है, 'बच्चों, अब चिड़ियां भी भटक रही हैं।' ये बात सिर्फ आंकड़ों की नहीं, ये बात हमारी जड़ों की है।
  • Image placeholder

    Himanshu Kaushik

    जुलाई 1, 2025 AT 16:17
    बारिश आएगी तो खेत सब्जियां देगा। गर्मी ज्यादा होगी तो पानी खत्म हो जाएगा। इतना सरल है। हमें बस इतना ही समझना है।
  • Image placeholder

    Sri Satmotors

    जुलाई 2, 2025 AT 08:12
    हर साल ऐसा होता है, लेकिन इस बार लोगों की आवाज ज्यादा सुनाई दे रही है। ये अच्छा है। हम एक साथ बदलाव ला सकते हैं।
  • Image placeholder

    Sohan Chouhan

    जुलाई 3, 2025 AT 06:07
    मैंने देखा एमडी ने बारिश का अनुमान गलत लगाया है। ये सब बातें बस चल रही हैं। मैंने तो अपने घर में एक बड़ा टैंक लगा दिया है। अब मैं बारिश के लिए नहीं, बल्कि बारिश के बाद रहने के लिए तैयार हूं।
  • Image placeholder

    SHIKHAR SHRESTH

    जुलाई 5, 2025 AT 00:24
    मैंने अपने घर पर बरसात के लिए एक छोटा सा रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया है। अब मैं बारिश के बाद भी पानी बचा पा रहा हूं। ये बहुत छोटा कदम है, लेकिन ये काम कर रहा है।
  • Image placeholder

    amit parandkar

    जुलाई 6, 2025 AT 16:45
    इन आंकड़ों में छिपा है कि ग्लोबल वार्मिंग एक झूठ है। ये सब एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है। वो चाहते हैं कि हम अपनी जमीन बेच दें। ये बारिश भी उनके द्वारा नियंत्रित है। तुम जानते हो कि आईएमडी का डेटा किसके हाथ में है?
  • Image placeholder

    Annu Kumari

    जुलाई 6, 2025 AT 17:44
    मैंने अपने बच्चे को आज सुबह बाहर नहीं निकाला। बस एक बार देखा कि धूप बहुत तेज है। उसने कहा, 'मम्मी, आज बारिश होगी ना?' मैंने हां कह दिया। शायद वो सच हो जाए।
  • Image placeholder

    haridas hs

    जुलाई 6, 2025 AT 22:04
    तापमान विचलन का सांख्यिकीय विश्लेषण दर्शाता है कि उत्तरी भारत में जून के माध्यमिक तापमान का विचलन 2.3σ के ऊपर है, जो अत्यधिक विषमता का संकेत है। इसके अलावा, बारिश की घटनाओं के बीच का अंतराल 1.7 दिनों का है, जो जलवायु अस्थिरता के लिए एक अत्यंत चिंताजनक आंकड़ा है।

एक टिप्पणी लिखें