जो रूट की सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड पर सरल प्रतिक्रिया ने जीता इंटरनेट
सित॰, 1 2024जो रूट के करियर की प्रमुख उपलब्धियाँ
जो रूट, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और वर्तमान बल्लेबाज़, ने पिछले कुछ सालों में अपनी बल्लेबाजी से विश्व क्रिकेट में एक अलग पहचान बनाई है। महज 33 साल की उम्र में उन्होंने वह करिश्मा कर दिखाया है जिसे क्रिकेट के इतिहास में बहुत कम देखा गया है। दूसरे टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए रूट ने 34वें शतक को अपने नाम किया, जो उनकी निरंतर उत्कृष्ट फॉर्म को दर्शाता है।
ब्रेंडन मैक्कलम की 'बैज़बॉल' योजना
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के मुख्य कोच ब्रेंडन मैक्कलम की 'बैज़बॉल' योजना के तहत टीम की खेल शैली में व्यापक बदलाव आया है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य है आक्रमक क्रिकेट खेलना और विपक्षी टीम पर शुरू से दबाव बनाए रखना। जो रूट को इस योजना का प्रमुख लाभार्थी माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने अपनी बल्लेबाजी शैली को अधिक आक्रामक बनाते हुए भी निरंतरता बनाए रखी है।
रूट का सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने का सपना
टेस्ट क्रिकेट में रनों की बात हो और सचिन तेंदुलकर का नाम न आए, ऐसा कोई खिलाड़ी सोच भी नहीं सकता। तेंदुलकर के 15,921 रनों के रिकॉर्ड के बीच में अभी भी कई खिलाड़ी संघर्षरत हैं। जो रूट ने अब तक 12,377 रन बनाए हैं और वह शीर्ष 10 खिलाड़ियों में 7वें स्थान पर हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि रूट के पास तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को तोड़ने का भरपूर मौका है।
लेकिन जब रूट से पूछा गया कि क्या वह तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने की सोच रहे हैं, तो उन्होंने स्वत: साधारण और व्यावहारिक उत्तर दिया। रूट ने कहा, "मैं बस खेलना चाहता हूं और टीम के लिए जितने रन बना सकूं, बनाना चाहता हूं, देखें कहां तक पहुंचते हैं।" यही नहीं, रूट ने व्यक्तिगत रिकॉर्ड्स की तुलना में टेस्ट मैच जीतने को कहीं अधिक महत्वपूर्ण बताया। उनके अनुसार, "टेस्ट मैच जीतने से बेहतर कोई अनुभव नहीं है। जितना मैं खेल पर प्रभाव डाल सकता हूं और टीम के लिए योगदान दे सकता हूं, उतना ही महान है।"
जो रूट का भविष्य
जो रूट के शानदार प्रदर्शन ने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों का दिल जीत लिया है। उनकी फिटनेस और फॉर्म को देखते हुए यह माना जा रहा है कि वह आने वाले कुछ सालों तक उसी ऊर्जा और उत्साह के साथ खेलते रहेंगे। उनकी लगातार बेहतर होती बल्लेबाजी ने टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया है और टीम को कई जीतें दिलाई हैं।
रूट का क्रिकेट के प्रति समर्पण और उनकी खेल शैली ने उन्हें युवाओं के लिए आदर्श बना दिया है। उनकी सबसे बड़ी ताकत है उनका मानसिक संबल और खेल के प्रति अनुशासन। यह देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ना उनके लिए एक बड़ी चुनौती है, परंतु रूट के पास यह सपना साकार करने का भरपूर अवसर है।
क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों की राय
जो रूट के समर्थन में क्रिकेट जगत के कई बड़े नाम खड़े हैं। इनमें से कई विशेषज्ञों का मानना है कि रूट की निरंतरता और उनकी अद्वितीय तकनीक उन्हें लंबी दूरी का खिलाड़ी बनाती है। उनकी बल्लेबाजी में जो सहजता और सामंजस्य है, वह उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाती है।
क्रिकेट प्रेमियों का भी यही मानना है कि यदि रूट इसी गति से रन बनाते रहे तो एक दिन वे सचिन तेंदुलकर के रनों का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। यह संभावनात्मक आंकड़े और भविष्य की उम्मीदें हमें जोश से भर देती हैं और उन्हें खेलते देखने का आनंद देती हैं।
कुल मिलाकर, जो रूट का वर्तमान प्रदर्शन और उनकी लंबी अवधि की संभावनाएं इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए शुभ संकेत हैं। जैसे-जैसे समय बीतता है, रूट के अनुयायी और प्रशंसक उनकी हर पारी का इंतजार करते हैं, यह देखने के लिए कि वह अगले मैच में क्या नया कारनामा करेंगे। तभी शायद हम सभी एक दिन यह देख पाएंगे कि क्रिकेट के इस महान खिलाड़ी ने सचिन तेंदुलकर के रनों का कीर्तिमान तोड़ दिया है।