इंटरनेशनल मास्टर्स लीग 2025: भारत मास्टर्स ने 4 रन से जीत हासिल की

मैच का सारांश
22 फ़रवरी को नवी मुंबई के मौली स्टेडियम में इंटरनेशनल मास्टर्स लीग का पहला मुकाबला भारत मास्टर्स और श्रीलंका मास्टर्स के बीच हुआ। दो टीमें 20 ओवर की टी-20 फॉर्मेट में टकराईं, जहाँ भारतीय टीम ने पहले बैटिंग की और 222/4 का मजबूत लक्ष्य सेट किया। इस दौड़ में स्टुअर्ट बिन्नी ने 31 गेंदों में 68 रन बनाई, जब्कि यूसुफ पाथन ने 22 गेंदों में जल्दी‑तीज़ी से 56 रन जोड़ें। दोनों का आक्रमण तेज और लगातार रहा, जिससे लक्ष्य का दायरा बहुत बड़ा हो गया।
श्रीलंकाई टीम ने लक्ष्य का पीछा करने के लिए शुरुआत से ही इंटेंस खेल दिखाया। कु마र संगठकार ने 30 गेंदों में 51 रन बनाकर अपनी पंद्रह साल पुरानी चमक को फिर से जगाया। जेवन मेंडिस ने 17 गेंदों में 42 रन जोड़े, जबकि असेला गुनरतनें ने 25 गेंदों में 37 रन का योगदान दिया। हालांकि, अंतिम ओवर तक भारत की गेंदबाजियों ने दबाव बना रखा, जिससे लक्ष्य 218/9 पर ठुकरा गया। आखिरी डिलिवरी में 4 रन चाहिए थे, पर टीम नहीं पहुँच पाई।

मुख्य घड़ियाँ और आँकड़े
मैच के दौरान कई रोमांचक मोड़ आए:
- भारत की फास्ट बॉलर इरफ़ान पाथन ने 4 ओवर में 3 विकेट लिए, औसत 13.00 चलाते हुए 39 रन दिए।
- धवल कुलबाठी ने परिपूर्ति करते हुए 2 विकेट लिए और 34 रन conceded किए।
- श्रीलंका की गेंदबाज़ी में सुरंगा लाक्मल ने 2 विकेट लिए, 34 रन में।
- बिल्ली बाउडेन (न्यूज़ीलैंड) और साइमन टॉफेल (ऑस्ट्रेलिया) ने विकेट‑कीपर और आरोडिंग का काम किया, जिससे मैच का प्रीस्टिज़ बढ़ा।
दोनों टीमों की रन‑रेट लगभग 10.9 से 11.0 रन प्रति ओवर रही, जो दर्शाता है कि इस गेम में बॉलिंग के साथ साथ बॅटिंग ने भी तेज़ी से स्कोर किया। भारत की साझेदारी में बिन्नी‑पाथन का 112‑रन का साझेदारी सबसे बड़ा रहा, जबकि श्रीलंका में संगठकार‑मेंडिस की 93‑रन का स्टैंड भी काबिल‑ए‑ध्यान था।
इस जीत से भारत मास्टर्स ने लीग में पहली जीत की शानदार शुरुआत की, और बाकी टीमों को यह संकेत मिला कि प्रतियोगिता में कोई भी टीम आसानी से नहीं जीत सकती। आगामी मैचों में दोनों टीमों की रणनीति, खिलाड़ियों की फिटनेस और फील्डिंग की क्वालिटी decisive factor बन जाएगी।
मैच के बाद बिन्नी को प्लेयर ऑफ द मैच के तौर पर सम्मानित किया गया, जबकि पाथन को टीम के सबसे प्रभावी बॉलर माना गया। इस प्रकार, इंटरनेशनल मास्टर्स लीग 2025 का पहला अध्याय रोमांचक और यादगार बना, जिसमें दर्शकों को बल्लेबाज़ी की शक्ति, गेंदबाज़ी की सटीकता और मैदान की तेज़ी का पूरा मज़ा मिला।