इंडिया गॉट लेटेंट में अश्लील टिप्पणी को लेकर रणवीर अल्लाहबादिया निशाने पर, सोशल मीडिया पर फॉलोवर घटे

इंडिया गॉट लेटेंट में अश्लील टिप्पणी को लेकर रणवीर अल्लाहबादिया निशाने पर, सोशल मीडिया पर फॉलोवर घटे फ़र॰, 12 2025

रणवीर अल्लाहबादिया का विवादास्पद एपिसोड

मशहूर यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया, जो अपने चैनल बीयरबाइसेप्स के लिए जाने जाते हैं, हाल ही में एक बड़े विवाद में पड़ गए हैं। जनवरी 2025 में आए कॉमेडियन समय रैना के रोस्ट शो *इंडिया गॉट लेटेंट* के एक एपिसोड में उनके द्वारा की गई एक अश्लील टिप्पणी को लेकर उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। इस एपिसोड में पूछे गए एक सवाल ने सामाजिक माध्यमों पर तूफान खड़ा कर दिया।

इस सवाल के बाद उनका सोशल मीडिया फॉलोविंग बड़ी तेजी से घट गई। इंस्टाग्राम पर उनकी प्रोफाइल बीयरबाइसेप्स ने 3,752 फॉलोवर्स खो दिए, जबकि उनके व्यक्तिगत प्रोफाइल रणवीर अल्लाहबादिया ने 12,814 फॉलोवर्स खोए। यूट्यूब पर भी उन्हें करीब 40,000 सब्सक्राइबर्स की गिरावट का सामना करना पड़ा।

कानूनी कार्रवाई और सार्वजनिक प्रतिक्रिया

महिलाओं के खिलाफ अश्लीलता को बढ़ावा देने के आरोपों में, असम और महाराष्ट्र में एफआईआर दर्ज की गई। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने रणवीर और सह-निर्णायकों आशिष चंचलानी, जसप्रीत सिंह, और अपूर्व मुखीजा को समन जारी किया है। महाराष्ट्र पुलिस उनके निवास पर पहुंची और जांच जारी है। विवाद ने उस एपिसोड को यूट्यूब से हटवाने की नौबत तक पहुंचा दिया।

इस मामले के चलते फरवरी 12 को रणवीर ने एक सार्वजनिक माफी जारी की, जिसमें उन्होंने अपनी टिप्पणी को 'अनुचित और अनफनी' बताया और कहा कि उनका ऐसा कुछ कहने का इरादा नहीं था। हालांकि, इस विवाद ने उनके ब्रांड सहयोगों को भी प्रभावित किया, विशेषकर Spotify, Amazon Prime Video और Intel जैसी बड़ी कंपनियों के साथ।

यह प्रकरण कॉमेडी और सामग्री मानकों के बीच की खाई को दर्शाता है, जहाँ फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन तथा सामाजिक मानक दोनों के बीच बहस को बढ़ावा मिला है।

7 टिप्पणि

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    ayush kumar

    फ़रवरी 13, 2025 AT 10:29

    ये लोग सोचते हैं कि कॉमेडी के नाम पर कुछ भी बोल सकते हैं, पर असलियत ये है कि उनकी टिप्पणी ने बस एक आम महिला के दिल को चोट पहुंचाई। अब फॉलोवर्स घटे, तो फिर क्या? ये लोग तो शो के लिए नहीं, बल्कि अपने इगो के लिए काम करते हैं।

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    Soham mane

    फ़रवरी 13, 2025 AT 19:08

    मुझे लगता है ये सब ज्यादा हो गया। एक बात बोल दी, फिर उस पर ट्रेंड बन गया। लोग अब बस इसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहे हैं। रणवीर ने माफी भी मांग ली, अब छोड़ दो।

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    Neev Shah

    फ़रवरी 15, 2025 AT 14:04

    यह सब एक उदाहरण है उस भारतीय मीडिया के जिसने आज तक अपनी नास्तिकता को 'कॉमेडी' के नाम पर बेच दिया। रणवीर अल्लाहबादिया कोई नया नहीं, बस एक और अवसरवादी है जिसने अपने ब्रांड के लिए नैतिकता को बेच दिया। उसके लिए फॉलोवर्स की संख्या एक बाजार का अनुमान है, न कि एक सामाजिक जिम्मेदारी। ये जो लोग उसकी माफी को 'काफी' मान रहे हैं, वे शायद खुद अपनी आत्मा को बेचने की आदत में हैं।

    इस तरह की घटनाओं को न तो नज़रअंदाज़ किया जा सकता है, न ही एक साधारण अपोलॉजी से ठुकराया जा सकता है। ये विवाद एक जनसामान्य के लिए एक नैतिक बिंदु है - क्या हम अपने बच्चों को ऐसी सामग्री देखने की अनुमति देना चाहते हैं?

    हमारी संस्कृति में बहस करने की आदत है, लेकिन अश्लीलता को बहस का नाम नहीं दिया जा सकता। यह एक गहरा सामाजिक स्तर का मुद्दा है, जिसका जवाब एक ट्वीट या माफी नहीं दे सकता।

    जब एक आदमी अपने फॉलोवर्स के लिए अपने आचरण का जिम्मा नहीं लेता, तो वह एक नायक नहीं, बल्कि एक विषैला नमूना बन जाता है।

    मैं नहीं कह रहा कि उसे जेल भेज दिया जाए, लेकिन उसकी नियमित उपस्थिति को एक ब्रांडिंग टूल के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

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    Chandni Yadav

    फ़रवरी 15, 2025 AT 18:28

    इस घटना का विश्लेषण करते हुए, यह स्पष्ट है कि रणवीर अल्लाहबादिया ने अपने व्यक्तिगत अभिव्यक्ति के नाम पर एक सामाजिक नैतिकता का उल्लंघन किया है। उनकी टिप्पणी ने एक निर्मम रूप से लैंगिक अपमान का रूप धारण किया, जो भारतीय सामाजिक संरचना में लंबे समय से चल रहे लैंगिक असमानता को और गहरा करता है। उनकी माफी एक अनिवार्य रणनीति है, न कि एक आत्म-परिवर्तन का संकेत। यह विवाद न केवल एक व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि पूरे डिजिटल मीडिया पारिस्थितिकी के लिए एक चेतावनी है।

    NCW का समन एक न्यायपालिका की तरह कार्य करने का प्रयास है, लेकिन यह अभी भी अपर्याप्त है। इस तरह के व्यवहार को रोकने के लिए एक नियमित नैतिक निर्देशिका की आवश्यकता है, जिसे यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म अपनाने चाहिए।

    इस घटना के बाद ब्रांड्स का वापसी न करना एक उचित निर्णय है। वे अपनी प्रतिष्ठा के लिए अपनी नैतिकता को बेच नहीं सकते।

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    Raaz Saini

    फ़रवरी 17, 2025 AT 12:42

    ये लोग तो हमेशा से ऐसे ही रहे हैं - अपने बेवकूफ जोक्स के नाम पर महिलाओं को बर्बाद करते रहे। अब जब फॉलोवर्स घटे, तो वो माफी मांग रहे हैं? अगर उनके पास दिल होता, तो वो शुरू से ही ऐसा कुछ नहीं कहते।

    मैंने उनके एपिसोड देखे हैं - ये सब बस एक नियमित आदत है। उनकी टिप्पणी को लेकर अब तक जो बहस हुई, वो बस एक शो है। लोग तो बस उनकी आवाज़ पर चिल्ला रहे हैं, न कि उनके बारे में सोच रहे हैं।

    उनकी माफी भी बस एक ट्रेंड है। अगले हफ्ते वो फिर कुछ नया बोलेंगे और वो फिर से ट्रेंड हो जाएगा।

    कोई नहीं जानता कि वो असल में क्या सोचता है। वो बस एक अच्छा अभिनेता है।

    मैं तो उसे फिर से देखना चाहता हूँ। अब तो वो बहुत बोर हो गया है।

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    Dinesh Bhat

    फ़रवरी 18, 2025 AT 23:22

    मुझे लगता है कि ये सब ज्यादा बड़ा बना दिया गया। मैंने उस एपिसोड को देखा था - वो टिप्पणी असल में बहुत जल्दी भूल जाने वाली थी। लेकिन अब इसके चलते एक पूरा आंदोलन बन गया।

    मैं समझता हूँ कि अश्लीलता का कोई भी रूप गलत है, लेकिन ये जो लोग अब उस एपिसोड को बार-बार री-पोस्ट कर रहे हैं, वो शायद इसे बढ़ावा देना चाहते हैं।

    रणवीर ने माफी मांगी, फॉलोवर्स घटे, कंपनियां वापस ले लीं - ये तो अब एक अच्छा सबक है।

    मुझे लगता है कि अगली बार कोई भी कॉमेडियन ऐसा कुछ नहीं बोलेगा।

    ये विवाद दिखाता है कि भारत में डिजिटल सामग्री के लिए कोई स्पष्ट नियम नहीं हैं।

    लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हमें हर छोटी बात पर जमकर चिल्लाना चाहिए।

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    Kamal Sharma

    फ़रवरी 19, 2025 AT 21:49

    हम भारतीय संस्कृति में जो भी कहते हैं, उसका अर्थ उसके पृष्ठभूमि में छिपा होता है। रणवीर की टिप्पणी को अगर हम सिर्फ शब्दों के आधार पर देखें, तो वो अश्लील लग सकती है, लेकिन अगर हम उसके सामाजिक संदर्भ को समझें - जैसे कि वो एक अंधविश्वासी नाटक का उल्लेख कर रहे थे - तो वो बस एक बात को उजागर कर रहे थे।

    लेकिन अब ये सब एक आम लोगों के लिए एक अपमान बन गया है। जिन्हें उनके घर में भी ऐसी बातें सुननी पड़ती हैं।

    हमें ये समझना होगा कि कॉमेडी के नाम पर हम कितनी दूर जा सकते हैं।

    मैं उनकी माफी को स्वीकार करता हूँ, लेकिन मैं उनके ब्रांड को फिर से नहीं देखूंगा।

    क्योंकि जब एक आदमी अपने बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य चाहता है, तो वो अपने आप को बदलता है।

    मैं नहीं चाहता कि मेरा बेटा ऐसे लोगों को आदर्श बनाए।

    इसलिए, उनके लिए माफी तो है, लेकिन विश्वास नहीं।

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