बांग्लादेश A ने भारत A को सुपर ओवर में 0 पर गेंदबाजी करके फाइनल में जगह बनाई

बांग्लादेश A ने भारत A को सुपर ओवर में 0 पर गेंदबाजी करके फाइनल में जगह बनाई नव॰, 22 2025

दोहा के वेस्ट एंड पार्क इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025/26 के सेमीफाइनल में एक ऐसा मैच खेला गया जिसे देखकर क्रिकेट प्रेमी हैरान रह गए। बांग्लादेश A ने भारत A को 20 ओवर में 194/6 के समान स्कोर के बाद सुपर ओवर में 0 पर गेंदबाजी करके फाइनल में जगह बना ली। यह ऐतिहासिक घटना न सिर्फ टूर्नामेंट का सबसे बड़ा मोड़ बनी, बल्कि युवा क्रिकेटर्स के लिए एक अनोखा सबक भी दे गई।

एक अजीब सी टाई की शुरुआत

जब भारत A को 20 ओवर में 194/6 बनाने के लिए आखिरी गेंद पर 4 रन चाहिए थे, तो बांग्लादेश A के फील्डर ने एक गलती कर दी। बल्लेबाज ने गेंद को एक रन के लिए भेजा, लेकिन फील्डर ने गेंद को बाहर फेंक दिया — और तीन रन लग गए। ये गलती ने मैच को बराबरी पर ला दिया। ऐसा लगा जैसे क्रिकेट की भाग्य रेखा ने एक बार फिर अपना खेल खेला। ये वही लम्हा था जब भारत A के खिलाड़ी चौंके, और बांग्लादेश A के खिलाड़ी आश्चर्य से एक दूसरे की ओर देखने लगे।

बांग्लादेश A की बल्लेबाजी: युवाओं की आग

बांग्लादेश A ने टॉस हारकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। लेकिन उनकी बल्लेबाजी ने दुनिया को दिखा दिया कि ये टीम सिर्फ युवा नहीं, बल्कि आगे बढ़ने वाली शक्ति है। हबीबुर रहमान सोहान (21) ने 46 गेंदों में 65 रन बनाए — एक ऐसा प्रदर्शन जिसमें जोर और तेजी दोनों थे। जिशान आलम (20) ने सिर्फ 14 गेंदों में 26 रन जड़े, जैसे कोई बिजली की चमक बरस रही हो। लेकिन भारत A के स्पिनर्स हर्ष दुबे (23) और सुयश शर्मा (22) ने टीम को बचाने की कोशिश की। 108/2 से 130/6 हो गया, लेकिन अंत तक बांग्लादेश A की टीम ने बल्लेबाजी की शुरुआत को नहीं खोया। एकबार अली (23), टीम के कप्तान और विकेटकीपर, ने आखिरी ओवर में शांति से 48 रन बनाए।

भारत A का चौंकाने वाला चैलेंज

भारत A की शुरुआत जबरदस्त रही। वैभव सूर्यवंशी (19) ने 15 गेंदों में 38 रन बनाए — एक ऐसा प्रदर्शन जो अगले दशक के भारतीय बल्लेबाज की उम्मीद दिखाता है। प्रियांश आर्य (20) ने 23 गेंदों में 44 रन जोड़े। लेकिन जैसे-जैसे ओवर आगे बढ़े, बांग्लादेश A के गेंदबाजों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। अब्दुल गफ्फार सैक्लेन (21) ने वैभव को आउट किया, और धीरे-धीरे विकेट गिरने लगे। अंत तक भारत A को 194/6 का स्कोर बनाने में कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन आखिरी गेंद की गलती ने सब कुछ बदल दिया।

सुपर ओवर: जिसमें भारत A को 0 पर गेंदबाजी कर दिया गया

सुपर ओवर में बांग्लादेश A के रिपन मोंडोल (20) ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसे कोई भूल नहीं पाएगा। उन्होंने पहली गेंद पर जितेश शर्मा (24), भारत A के कप्तान, को आउट किया। दूसरी गेंद पर अशुतोष शर्मा (21) भी आउट हो गए। दो विकेट, शून्य रन। भारत A के लिए ये ऐसा लगा जैसे उनकी उम्मीदों का टूटा दरवाजा बंद हो गया। बांग्लादेश A ने अपने सुपर ओवर में सिर्फ एक रन बनाया — लेकिन भारत A के सुपर ओवर में दूसरी गेंद पर एक वाइड बॉल ने सब कुछ तय कर दिया। उसके बाद भारत A ने तीन गेंदों में भी एक रन नहीं बनाया। वो टीम जिसने यूएई A को 148 रन से हराया था, अब एक सुपर ओवर में 0 पर आउट हो गई।

क्यों ये मैच इतना खास है?

ये सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि एक संकेत है। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) का ये टूर्नामेंट युवा खिलाड़ियों को अपने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का मौका देता है। इसमें खिलाड़ियों की उम्र 19 से 24 वर्ष तक है। इस मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने दिखाया कि ये युवा खिलाड़ी अब सिर्फ अभ्यास नहीं, बल्कि दबाव में भी खेल सकते हैं। बांग्लादेश A के युवा पेसर रिपन मोंडोल ने दुनिया को दिखाया कि बांग्लादेश का भविष्य चमकदार है। भारत A के वैभव सूर्यवंशी और प्रियांश आर्य ने भी अपने भविष्य के लिए एक बड़ा संकेत दिया।

अगला कदम: फाइनल और भविष्य की उम्मीदें

अब बांग्लादेश A फाइनल में पहुंच गया है, जहां उनका सामना किसी अन्य टीम से होगा। भारत A को टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा, लेकिन उनके युवा खिलाड़ियों ने अपनी क्षमता साबित कर दी। ये टूर्नामेंट अब तक के सबसे अधिक बहस का विषय बन गया है। क्या एक फील्डिंग गलती एक टीम के भविष्य को बदल सकती है? जवाब है — हां।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सुपर ओवर में भारत A क्यों 0 पर आउट हुआ?

भारत A के सुपर ओवर में रिपन मोंडोल ने पहली दो गेंदों पर जितेश शर्मा और अशुतोष शर्मा को आउट कर दिया। तीसरी गेंद पर एक वाइड बॉल आया, जिसके बाद भारत A के बाकी बल्लेबाज आउट हो गए। तीन गेंदों में भी कोई रन नहीं बना, और टीम 0 पर आउट हो गई। ये एक ऐसा दुर्लभ अवसर है जिसे क्रिकेट के इतिहास में कम ही देखा गया है।

बांग्लादेश A के लिए ये जीत क्यों महत्वपूर्ण है?

बांग्लादेश A के लिए ये जीत सिर्फ फाइनल में पहुंचने का मौका नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। उनके युवा खिलाड़ियों ने दिखाया कि वे बड़े टूर्नामेंट में दबाव के साथ खेल सकते हैं। रिपन मोंडोल जैसे खिलाड़ियों का उभार बांग्लादेश क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। ये जीत उनके राष्ट्रीय टीम के लिए भी एक प्रेरणा है।

भारत A के लिए ये हार क्या संकेत देती है?

भारत A के लिए ये हार एक झटका है, लेकिन यह एक संकेत भी है। वैभव सूर्यवंशी और प्रियांश आर्य जैसे खिलाड़ियों ने अपनी क्षमता दिखाई, लेकिन अंतिम ओवर में दबाव का प्रबंधन नहीं हो पाया। ये दिखाता है कि भारत के युवा खिलाड़ियों को अब अंतिम ओवरों में चालाकी और शांति से खेलने की आदत डालनी होगी।

सुपर ओवर में 0 पर आउट होने का पिछला कोई उदाहरण है?

हां, लेकिन बहुत कम। आईसीसी टूर्नामेंट्स में सिर्फ तीन बार ही एक टीम सुपर ओवर में 0 पर आउट हुई है। पिछली बार 2019 में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टी20 मैच में ऐसा हुआ था। ये घटना दुर्लभ है, इसलिए इसे देखने वाले लोग इसे याद रखेंगे।

इस टूर्नामेंट का भविष्य क्या है?

एशियन क्रिकेट काउंसिल इस टूर्नामेंट को अगले वर्ष और भी बड़ा बनाने की योजना बना रही है। अब तक ये सिर्फ एशियाई देशों के A टीमों के लिए था, लेकिन अगले संस्करण में पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के युवा खिलाड़ियों को अधिक मौका देने की योजना है। ये टूर्नामेंट अब भारतीय और बांग्लादेशी क्रिकेट निकायों के लिए एक जांच केंद्र बन रहा है।

10 टिप्पणि

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    pravin s

    नवंबर 23, 2025 AT 08:46

    ये मैच देखकर लगा जैसे क्रिकेट की रात में चाँद निकल गया हो। बांग्लादेश A ने जो किया, वो सिर्फ जीत नहीं, बल्कि एक संदेश था - युवा खिलाड़ी अब डरते नहीं। रिपन मोंडोल की वो दो गेंदें तो फिल्म की तरह लगीं।

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    Bharat Mewada

    नवंबर 24, 2025 AT 05:53

    कभी-कभी खेल का नतीजा एक गलती से बदल जाता है, लेकिन ये गलती जिसने की, उसने अपनी टीम को इतिहास बना दिया। भारत A के लिए ये हार निराशाजनक है, लेकिन वैभव और प्रियांश जैसे खिलाड़ियों को देखकर लगता है कि भविष्य अभी शुरू हुआ है।

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    Ambika Dhal

    नवंबर 25, 2025 AT 03:35

    भारत A के खिलाड़ी तो बस अपने नाम के लिए खेल रहे थे। अंतिम ओवर में दबाव में चिंगारी नहीं, बल्कि आग लगाने की कोशिश करनी चाहिए थी। फील्डिंग गलती तो बस एक बहाना है - असली कमजोरी तो मानसिकता की है।

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    Vaneet Goyal

    नवंबर 26, 2025 AT 17:16

    सुपर ओवर में 0 पर आउट होना? ये ऐतिहासिक है। लेकिन ये जीत बांग्लादेश A की नहीं, उनकी गेंदबाजी की है। रिपन मोंडोल की गेंदबाजी ने भारत A के बल्लेबाजों को बिना बैट लिए आउट कर दिया। ये टूर्नामेंट अब बस युवाओं का नहीं, बल्कि उनके मन का भी परीक्षण है।

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    Amita Sinha

    नवंबर 27, 2025 AT 15:39

    ओह माय गॉड 😭 भारत A को तो बस गेंद देकर भूल जाना चाहिए था! ये लोग तो बस फील्डिंग में ड्रीम देख रहे थे। अब बांग्लादेश के युवाओं को भारत के लिए खेलने का ऑफर दे दो, वो ज्यादा अच्छा करेंगे 😂

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    Bhavesh Makwana

    नवंबर 29, 2025 AT 04:09

    इस मैच ने मुझे ये सिखाया कि क्रिकेट सिर्फ रन नहीं, बल्कि दबाव में सांस लेने की कला है। बांग्लादेश A ने जो किया, वो टीमवर्क का जादू था। भारत A के युवाओं ने भी बहुत कुछ दिखाया, अब बस थोड़ी अनुभव की जरूरत है। ये टूर्नामेंट असली भविष्य का दरवाजा है।

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    Vidushi Wahal

    नवंबर 30, 2025 AT 03:23

    रिपन मोंडोल की गेंदबाजी ने तो दिल जीत लिया। एक ऐसा पल जिसे आप नहीं भूल सकते। भारत A के खिलाड़ियों ने भी बहुत कुछ सिखाया। बस थोड़ा और शांति चाहिए थी अंत में।

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    Narinder K

    दिसंबर 1, 2025 AT 03:39

    भारत A के लिए ये गलती तो बस एक बहाना है। अगर आपको 4 रन चाहिए और आपको एक रन मिल जाए, तो आप उस गेंद को फेंक देना चाहिए था ना? ये नहीं तो फील्डर बनने की जगह टीवी देखने बैठ जाइए।

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    Narayana Murthy Dasara

    दिसंबर 2, 2025 AT 11:20

    ये मैच मुझे याद दिलाता है कि क्रिकेट कभी भी अनुमान नहीं लगाया जा सकता। बांग्लादेश A ने अपनी टीम के विश्वास को साबित किया। भारत A के युवाओं को भी बहुत बड़ा लॉन्चपैड मिल गया है। अगले साल देखिएगा, ये दोनों टीमें अपने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए लड़ेंगी।

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    lakshmi shyam

    दिसंबर 3, 2025 AT 07:19

    भारत A के खिलाड़ी तो बस बैट लेकर खड़े हो गए, दिमाग नहीं। ये टीम तो फिल्म में हो सकती है, लेकिन असली क्रिकेट में नहीं। अब बस इनके नाम बदल दो - भारत A को भारत अंधेरा बना दो।

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