बाबर आज़म की 34‑महीने की गृह टेस्ट दुविधा: लाहौर में पाकिस्तान बनाम दक्षिणी अफ्रीका

जब बाबर आज़म, पाकिस्तानी कप्तान ने अपना अगला पेंच पाया, तो हवा में एक अनकही कहानी घुली थी – 34 महीनों में गृह टेस्ट में 14 लगातार स्कोर के बीच पाँच बन न होना। यही कथा 12 अक्टूबर 2025 को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में लिखी गई, जहाँ शान मसूद, भारत के बजाय बेस्ड बॉल की जगह लाल गेंद पर खेलते हुए, टॉस जीत कर पहली पारी में बॅटिंग का फैसला किया।
पहला सत्र: शुरुआती झटके और साझीदारियों का उत्थान
शुरुआत में ही अब्दुल्ला शफ़िक़े का तीसरे गेंद पर कागिसो राबादा द्वारा लेग‑बिफोर आउट हो गया, तो दर्शकों के चेहरों पर हल्की चुप्पी… लेकिन फिर आया इमाम‑उल‑हक (93) और शान मसूद (76) का 161‑रन का साझेदारी, जिसने टीम को बचाव की राह दिखा दी।
उनके बाद सिमोन हरमर, दक्षिणी अफ्रीका की स्पिनर, ने बाबर आज़म को 23 रन पर LBW से बाहर कर दिया – एक ऐसी बॉल जो ऑफ़ स्टंप के आसपास घुमा, फिर पैड पर लगी और वीडियो रिव्यू के बाद तीन लाल रेखाएँ दिखा कर आउट कर दी गई।
मध्य में गिरावट और फिर उछाल
दोपहर के भोजन के बाद सेनुरान मुतुसामी ने इमाम‑उल‑हक और सौद शाकिल को क्रमशः 199‑5 तक गिरा दिया। जब तक कि मुहम्मद रिजवान ने पांच दशकों का शतक नहीं बनाया, तब तक सोमवार की शाम तक टीम 313‑5 पर समाप्त हुई – एक टकराव जो अचानक गिरावट से बच निकलता रहा।
रिजवान के साथ सलमान आघा ने 114‑रन की साझेदारी बनायी, स्विप और रिवर्स‑स्विप के प्रयोग से स्पिनरों को उलझा दिया। इस सत्र में, बाबर आज़म ने 3000‑रन का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में नया मील का पत्थर छुआ – पहली बार किसी पाकिस्तानी ने यह अंक हासिल किया, जबकि उनका औसत 16.58 पर गिरा हुआ था।
दक्षिणी अफ्रीका की टोली: अनुपस्थिति और नई रणनीति
दक्षिणी अफ्रीका की टीम में नियमित कप्तान टेम्बा बावुमा की कैल्फ़ स्ट्रेन और प्रमुख स्पिनर केशव महाराज की अनुपस्थिति थी। अस्थायी कप्तान एडेन मार्करैम ने कहा, “हमारी टीम की गहराई पर भरोसा है, लेकिन ये दो खिलाड़ी बड़ी कमी हैं।” फिर भी सिमोन हरमर और सेनुरान मुतुसामी को जानते हुए, वे उत्तरी अफ्रीका की रेत‑के‑जैसे ब्याज़ी पिचों पर तैयार थे – “प्रेटोरिया के हाई परफॉर्मेंस सेंटर में हमने खुद को इस धरती पर प्रशिक्षित किया,” मार्करैम ने रिपोर्ट को बताया।

भविष्य की दिशा और रणनीतिक महत्व
वर्तमान में पाकिस्तान पिछले WTC चक्र में आखिरी जगह पर था, पर तीन में से चार घरेलू टेस्टों में उन्होंने स्पिन‑फ्रेंडली पिचों पर जीत हासिल की है। गद्दाफी स्टेडियम की पिच, जो प्राकृतिक रूप से स्पिनर को मदद करती है, ने इस बात को सुदृढ़ किया। कोचिंग स्टाफ एक 38‑साल के बाएँ‑हाथ वाले स्पिनर असिफ़ अफ़रदी को डेब्यू देने पर विचार कर रहा था, जबकि उनके प्रमुख ऑफ़‑स्पिनर साजिद खान ने वायरल संक्रमण से ठीक होने की कोशिश जारी रखी।
शान मसूद ने मैच के बाद कहा, “घर की पिच पर आत्म‑विश्वास बनाना विदेश‑यात्रा के लिए ज़रूरी है,” और आगे जोड़े, “बाबर और रिजवान ने अब तक सीमित लाल गेंद खेली है, इसलिए इन्हें निरंतर मौका देना चाहिए।” अगर पाकिस्तान इस प्रगति को जारी रखता है, तो अगले महीने के इंग्लैंड दौरे में उनका प्रदर्शन क्या दिखाएगा, यह अब सबकी जिज्ञासा का विषय है।
मुख्य तथ्य
- दिनांक: 12‑10‑2025, आरम्भ समय 05:00 UTC
- स्थल: गद्दाफी स्टेडियम, लाहौर
- पाकिस्तान का स्कोर (पहला दिन): 313/5
- बाबर आज़म ने 23 रन बनाए, लेकिन 3000‑रन WTC मील का पत्थर छुआ
- दक्षिणी अफ्रीका की टीम ने कप्तान टेम्बा बावुमा और स्पिनर केशव महाराज को खोया
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बाबर आज़म की गृह टेस्ट दुविधा टीम को कैसे प्रभावित करती है?
बाबर की लगातार कम स्कोर ने मध्य क्रम में अडचन खड़ी की, जिससे पाकिस्तान को बार‑बार पेरिशानियों का सामना करना पड़ा। यदि वह स्थिरता लाते, तो टीम की कुल रन‑रेट बढ़ती और मैच के परिणाम में बदलाव आ सकता था।
गद्दाफी स्टेडियम की पिच को स्पिन‑फ्रेंडली क्यों कहा गया?
स्टेडियम की सतह पर गति कम है, तथा घुमावदार बाउंस होता है। यह स्पिनरों को अतिरिक्त टर्न देता है, जैसा कि सिमोन हरमर और सेनुरान मुतुसामी के विकेट में स्पष्ट दिखा।
दक्षिणी अफ्रीका की टीम ने किन चुनौतियों का सामना किया?
कप्तान टेम्बा बावुमा और प्रमुख स्पिनर केशव महाराज की अनुपस्थिति से उनके प्लान में अंतर आया। हालांकि एडेन मार्करैम ने टीम की गहराई के भरोसे को उजागर किया, पर शुरुआती वाइकट्स में स्थिरता अभी भी मुद्दा रहा।
पहला दिन समाप्त होने के बाद पाकिस्तान को क्या लक्ष्य होना चाहिए?
कुल स्कोर को 400‑रन से ऊपर ले जाना चाहिए, ताकि दक्षिणी अफ्रीका को शुरुआती वाइकट्स के लिए दबाव बना रहे। साथ ही, मध्य‑क्रम के खिलाड़ियों को स्थिरता दिखा कर, बाबर आज़म को लंबे इनिंग्स के लिए भरोसा दिलाना होगा।
इंजेलैंड के अगले दौरे में पाकिस्तान को कौन सी सीख मिल सकती है?
लाहौर की स्पिन‑पिच से मिलने वाली तकनीकी समझ, और बाबर आज़म की निरंतरता की आवश्यकता, दोनों ही इंग्लैंड के तेज़ और बाउंटी‑उच्च पिचों पर मददगार सिद्ध हो सकते हैं।
Jay Fuentes
अक्तूबर 12, 2025 AT 22:25वाह भाई, बाबर आज़म की 3000 रन की बात सुनके दिल खुश हो गया! गद्दाफी पिच पर स्पिनर की मदद से टीम ने अच्छा खेल दिखाया. इंफ़्लेक्शन में थोड़ा गिरावट था लेकिन अभी भी उम्मीद बड़ी है. अगला इंग्लैंड टूर में उन्हें यही एंगेजमेंट चाहिए. चलो टीम को पूरे दिल से सपोर्ट करें!