
-
यह धारणा है कि आलू के सेवन से वजन बढ़ता है किन्तु यह बात सही नहीं है।
-
जापान में तरबूज को चौकोर आकार में उगाते है जिससे उनका आसानी से स्टोरेज हो सके।
-
चॉकलेट को एजटेक्स का इस्तेमाल पैसे की तरह से होता है चूँकि सेंट्रल मेक्सिको की शुष्क पर्वती क्षेत्र में कोको नहीं उग पाते है।
-
आम धारणा है कि भोजन के दौरान पानी पीने से हानि होती है किन्तु इसके बजाए व्यक्ति की पाचन शक्ति अच्छी होती है।
-
एकमात्र माँ का दूध ही सभी प्रकार के पोषण देने वाला आहार है।
-
चावल को रात्रि के समय सोने से पहले शहद के साथ 1 सप्ताह तक खाते रहने से सिर दर्द (माइग्रेन) से आराम मिलता है।
-
मानव के वर्तमान भोजन की खोज 5 हजार साल पहले हुई थी।
-
भारत विश्व में मसालों के उत्पादन एवं निर्यात में पहले स्थान पर है।
-
फ्रेश ब्रेड विश्व में ख़रीदे जाने वाला पहले नंबर का भोज्य पदार्थ है।
-
आम धारणा है कि अंडो में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है जोकि सीधे मानव हृदय पर आघात करती है लेकिन ऐसा नहीं है, यह एक पौष्टिक आहार है।
-
अक्सर एयर लाइन्स में भोजन स्वादिष्ट नहीं लगता है चूँकि अधिक ऊंचाई पर मानव की सुघने की क्षमता में 20 से 50% तक कमी हो जाती है।
-
प्याज को काटने पर एक गैस निकलती है जिसकी वजह से आँखों से आँसू बहने लगते है।
-
सर्दी के मौसम में गाजर एवं शलजम इत्यादि जड़ सब्जियाँ काफी उगती है। इससे विटामिन C रोग प्रतिरोधक शक्ति और विटामिन A आँखों को फायदा देता है।
-
नास्ते में कार्बोहइड्रेट लेने से दिन में जल्दी भूख लगेगी किन्तु प्रोटीनयुक्त भोजन लेने से पूरा दिन सक्रियता बनी रहेगी।
-
विश्व में ऑस्ट्रेलिया में सबसे अधिक मांसाहार होता है चूँकि यहाँ पर करीबन 200 पॉन्ड माँस खाया जाता है।
-
केले की 1,000 से भी अधिक प्रजातियाँ है किन्तु मनुष्य सिर्फ एक ही प्रजाति खा सकता है।
-
मधुमक्खी अपनी उलटी से शहद का निर्माण करती है।

मनोविज्ञान के हैरान कर देने वाले रोचक तथ्य
-
मानव शरीर की सभी कोशिकाओं पर विचार प्रभाव डालते है और नकारात्मक सोच अधिक होने से मानव की प्रतिरोधी क्षमता काफी कम हो जाती है।
-
99 प्रतिशत मनुष्यो को घूमने फिरने में रूचि होती है किन्तु उनको अपने तरीके से अलग जगह पर घूमना पसंद होता है।
-
एक सामान्य व्यक्ति को किसी भी नयी चीज को रोजमर्रा की आदत बनाने में करीबन 66 दिन लग जाते है।
-
स्त्रियाँ अधिक जोखिम लेना नहीं चाहती है चूँकि उनके बड़े “एंगुलर सिंगुलेट कोर्टेक्स’ होते है।
-
मनुष्य देर रात्रि के समय किसी से बाते करते समय अधिक सच बोलता है चूँकि उसके दिनभर की थकान मस्तिष्क को अधिक काम करने नहीं देती है।
-
अकेला समय अधिक बिताने वाला इंसान अधिक बुद्धिमान एवं सृजनात्मक होता है।
-
ध्यान (Meditation) करने से मात्र 8 हफ़्तों में ही मानव के दिमाग की संरचना में परिवर्तन हो जाते है चूँकि इससे दिमाग के कुछ भागों में ग्रे पदार्थ में वृद्धि होती है।
-
हमारे मन की क्षमता है कि बिना देखे ही हम जान ले सकते है कि हमको कौन देख रहा है।
-
प्यार होने पर मानव के स्वभाव में परिवर्तन आते है और वह काफी पॉजिटिव भी हो जाता है।
-
आदमी महिलाओं की तुलना में ज्यादा मनोरंजक नहीं होते है वे तो बस ज्यादा जोक्स तैयार करते है। वो बिना इसकी परवाह किये कि इस पर अन्य लोगो को हँसी आ रही है या नहीं।
-
एक से अधिक भाषा बोलने वाले लोग अपने व्यक्तित्व को भी अनजाने में बदल लेते है।
-
कोई भी व्यक्ति किसी अन्य से जलन करता है – वो उस व्यक्ति जैसा बनना चाहता है, वो स्वयं से ही नफरत करता है अथवा वो उस व्यक्ति को अपने लिए खतरा समझता है।

सपनों के हैरान कर देने वाले रोचक तथ्य
-
किसी व्यक्ति को अपने सपने में अधिक बार देखें का अर्थ है कि आप उसको बहुत अधिक याद करते है।
-
जो व्यक्ति 6 घंटों से कम सोते है वो कम सपने देखते है।
-
बहुत से ऐसे सपने भी होते है जिनके बारे में सो कर जागने पर यह नहीं पता होता है कि ये सपना था या सचाई। इस विषय को लेकर शोधकार्य जारी है।
-
एक व्यक्ति अपने पूरे जीवन में 6 वर्षों का समय सपने देखने में व्यतीत कर देता है।
-
1990 में रंगीन टीवी आने से पहले तक अधिकांश लोग ब्लैक एन्ड वाइट सपने ही देखा करते थे।
-
अधिक सोचने वाले लोगो को कम सोचने वाले व्यक्तियों की तुलना में अधिक सपने आते है।
-
आदमियों के सपनो में 70 प्रतिशत लोग पुरुष ही होते है जबकि स्त्रियों के सपनो में स्त्री-पुरुष समान रूप से आते है।
-
जन्म से ही ना देख पाने वाले व्यक्ति सपने देखने के बजाए भावनाएँ, ध्वनियाँ एवं गंध इत्यादि को अनुभव करते है।
-
बहुत से लोग अपने सपनो के दौरान लकवाग्रस्त भी हो जाते है जोकि रैपिड आई मूवमेंट (REM) के समय होता है। बहुत से मामलो में तो उठने के 10 मिनट बाद भी यह हालत बनी रहती है।
-
अब्राहम लिंकन ने अपने सपने में जान लिया था कि उनकी मृत्यु कैसे होने वाली है जिसको उन्होंने अपनी पत्नी को भी बताया था।
-
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हुए हमले में मरे बहुत से लोगो ने सपने में अपनी मृत्यु को देख लिया था।
-
सपनो पर व्यक्तिगत अनुभवों का असर पड़ता है।
-
मानव अपने सपनो पर नियंत्रण भी कर सकते है इनको ‘Lucid Dream’ कहते है। ऐसे सपनो में व्यक्ति को जानकारी होती है कि वह सपने देख रहा है लेकिन यह नींद की हालत होती है और दिमाग अवचेतना की तरफ जा रहा होता है।