
Facts :-
- नोटों पर गांधी जी की तस्वीर से पहले सिर्फ अशोक स्तंभ की फोटो होती थी।
- एक RTI के जवाब में केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बताया था नोट के दाहिनी तरफ गांधी जी की तस्वीर को छापने की सिफारिश 13 जुलाई 1995 को RBI ने केंद्र सरकार को की थी.
- इसके बाद आरबीआई ने 1996 में नोटों में बदलाव का फैसला लिया और अशोक स्तंभ की जगह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के फोटो का इस्तेमाल किया गया.
- RBI को आरबीआई अधिनियम, 1934 के तहत एक रुपये के नोट को छोड़कर सभी मूल्य वर्ग के नोट छापने का अधिकार है. जबकि इसी अधिनियम का सेक्शन 24(1) इसे एक रुपये के नोट को छापने का अधिकार नहीं देता है.
- भारत के आजाद होने के बाद भी 2 साल तक ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की तस्वीर वाली मुद्रा ही भारत में चलन में रही थी.इस समय रुपये की गणना 16 आनों में होती थी
- 1957 के बाद इस प्रणाली को बदलकर दशमलव प्रणाली लाई गई और रुपया; 100 पैसों में बदल गया.
- सन 1949 में इसमें राजा की तस्वीर को बदल दिया गया और नोटों पर अशोक स्तंभ छापा गया.
नोटों पर गाँधी जी की तस्वीर कब से छपनी शुरू हुई थी?
एक RTI के जवाब में केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बताया था, नोट के दाहिनी तरफ गांधी जी की तस्वीर को छापने की सिफारिश 13 जुलाई 1995 को RBI ने केंद्र सरकार से की थी. इसके बाद आरबीआई ने 1996 में नोटों में बदलाव का फैसला लिया और अशोक स्तंभ की जगह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के फोटो का इस्तेमाल किया जाने लगा. ध्यान रहे कि करेंसी नोटों से अशोक स्तंभ को हटाया नहीं गया बल्कि इसे नोटों के बायीं तरफ निचले हिस्से पर अंकित कर दिया गया है.