सूरज का प्रकाश हमारी पृथ्वी और हमारे लिए बहुत ही जरूरी होता है। सूरज की रोशनी के बिना धरती पर जीवन की कल्पना भी नहीं कि जा सकती। इंसानो के लिए भी सूरज की रोशनी का बहुत ज्यादा महत्व होता है, इससे हमें विटामिन-डी मिलती है जिससे हमारी हड्डियों, ब्लड सेल्स और इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी होता है।
लेकिन आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि धरती पर एक ऐसा गांव भी जहाँ के लोगों के लिए सूरज की रोशनी यानी धूप एक अभिशाप की तरह बन गयी है। इस गांव के लोग रात के समय ही घरों से बाहर निकलते है क्योंकि धूप में उनकी त्वचा जलने व पिघलने लगती है।
Photo – Dailymail/Wills Robinson
इस गांव का नाम अरारस है, जो ब्राज़ील के साओ पाउलो में स्थित है। यहाँ के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती करना ही है इसीलिए उन्हें मजबूरी में भी दिन में काम करना ही पड़ता है और धूप में काम करने की वजह से वहां के लोगों की त्वचा पिघल चुकी है और दिखने में भी काफी अजीब लग सकता है। असल में लोगों की त्वचा पिघलने के पीछे सूरज की कोई गलती नहीं है बल्कि इस गांव के लोग जेरोडर्मा पिगमेंटोसम (Xeroderma Pigmentosum) से ग्रसित है। वैसे तो यह एक बहुत ही दुर्लभ बीमारी है जो कि लाखों में से किसी एक को होती है लेकिन इस 800 की आबादी वाले गाँव में 600 लोग इन बीमारी के शिकार है। इस बीमारी के कारण उन लोगों में स्किन कैंसर होने का खतरा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
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गांव के इस बीमारी के पीछे लोग अलग अलग तर्क देते हैं कोई इसे यौन सम्बंधित बीमारी बताते है तो कोई इसका कारण आनुवंशिकता को बताते हैं, और इस गांव के लोग इसे भगवान का श्राप और दंड मान कर जीते है।
हालांकि अब लोग इस बीमारी के प्रति जागरूक हो गए हैं और युवा पीढ़ीयों को इसके प्राथमिक लक्षणों के बारे में ज्ञान दिया जाता है औऱ इससे बचने का उपाय भी बताया जाता है।